जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के रेडवानी इलाके में शनिवार (7 जुलाई) को सेना का खोज अभियान पत्थरबाजों के निशाने पर आ गई, जवाब में सशस्त्र बलों की तरफ से कथित तौर पर हुई गोलीबारी में 16 वर्षीय एक किशोरी समेत तीन नागरिकों की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गोलीबारी में जिन लोगों की मौत हुई उनकी शिनाख्त 16 वर्षीय आंदलीब, 20 वर्षीय इरशाद माजिद और 22 वर्षाीय शाकिर अहमद के तौर पर हुई, जोकि कुलगाम के हवूरा के रहने वाले थे। समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार इस टकराव में 10 पत्थरबाज घायल बताए जा रहे हैं। दो पत्थरबाजों को कथित तौर पर गोलियां लगीं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान एक मौत हो गई। अफवाहों और पत्थरबाजों को उकसाने पर रोकथाम लगाने के लिए कुलगाम, अनंतनाग, शोपियां और पुलवामा में फिलहाल इंटरनेट सेवा रोक दी गई है। स्थिति पर काबू पाने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बल के अधिकारी मौके पर रवाना हो गए हैं।

एक पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया कि कुलगाम में, दक्षिण से करीब 70 किलोमीटर की दूरी पर आतंकवादियों के एक समूह के छिपे होने की सूचना मिली थी, जिसके लिए सुरक्षाबलों ने आतंक विरोधी खोज अभियान चालाया और घेराबंदी की, इसी दौरान पास के सटे हुए गांव हवूरा के लोगों ने अभियान में बाधा पहुंचाने की कोशिश की।

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने एक बयान में कहा कि कुलगाम के हवूरा गांव में एक गश्ती दल भारी पथराव की चपेट में आ गया। उन्होंने कहा, “गश्ती दल ने वहां से निकलने की कोशिश की, लेकिन 400-500 लोगों की आक्रामक भीड़ ने गश्ती दल का पीछा किया। भीड़ बढ़ती जा रही थी और वे खतरनाक स्तर तक करीब आ गए थे।” कर्नल कालिया ने कहा, “सैनिकों ने अत्यंत संयम बरतते हुए पत्थरबाजों को चेतावनी दी। लेकिन वे बाज नहीं आए और गश्ती दल पर पेट्रोल बम और पत्थर फेंकते रहे।”

उन्होंने कहा, “एक समय तो कुछ अज्ञात आतंकवादियों ने गश्ती दल पर गोलीबारी भी की। इसके परिणाम स्वरूप कुछ सैनिकों को गंभीर चोटें भी आईं।” प्रवक्ता ने कहा कि इसके जवाब में सैनिकों ने अपनी सुरक्षा में नियंत्रित गोलीबारी की, जिसके परिणामस्वरूप जनहानि हुई। जमीनी सच्चाई का पता लगाने के लिए मामले की जांच की जा रही है।

बता दें कि जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद मुक्त करने के लिए सेना की तरफ से ‘आपरेशन ऑलआउट’ चलाया जा रहा है और आतंकियों को चुन-चुनकर उनके असल ठिकाने पर पहुंचाया जा रहा है। उधर आतंकवादी घटनाओं में भी कमी नहीं आ रही है। शुक्रवार (6 जुलाई) को आतंकवादियों ने नेशनल कांफ्रेस के नेता मोहम्मद अशरफ भट्ट के घर पर ग्रेनेड फेंक दिया, हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। गुरुवार (5 जुलाई) को खबर आई कि आतंकवादियों ने पुलिसकर्मी जावेद अहमद डार की हत्या कर दी। आतंकवादियों ने डार को उनके घर से अगवा कर लिया था। पुलवामा के परिगाम गांव में एक मस्जिद के इमाम पर आतंकवादियों ने गोलियां बरसा दीं, जिन्हें जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया।