Jagjit Singh Dallewal News: ने खत्म किया अनशन (पीटीआई)किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने अपना अनशन खत्म कर दिया है। वे लंबे समय से किसानों की कई मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने फतेहगढ़ साहिब में किसान महापंचायत में अपना अनिश्चितकालीन अनशन खत्म किया। असल में केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने शनिवार को ही डल्लेवाल से अपना अनशन खत्म करने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि आपका जीवन पंजाब के लोगों के लिए कीमती है, आगे भी आपकी जरूरत रहने वाली है।
डल्लेवाल ने क्यों खत्म किया अनशन?
जानकारी के लिए बता दें कि पूरे 131 दिनों से किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल अनशन पर बैठे थे। उन्होंने पिछले साल 26 नवंबर को अपनी भूख हड़ताल शुरू की थी, मांग की गई थी कि फसलों पर किसानों की एमएसपी की गारंटी मिलनी चाहिए। लेकिन अब जब लगातार उन पर अनशन खत्म करने का दबाव था, कई किसान नेता भी उनकी सेहत को देखते हुए ऐसा चाहते थे, डल्लेवाल ने उनकी बात का सम्मान रखा है।
महापंचायत में किसान नेता ने कहा कि एक तरफ यह सरकार मीटिंग बुलाती है, दूसरी तरफ उन्हीं किसानों के खिलाफ एक्शन लेती है। किसानों के साथत धोखा किया गया है। सरकार के जुल्मों के खिलाफ ही यह महापंचायत बुलाई गई थी। जब तक मांगों को पूरा नहीं किया जाता, यह आंदोलन ऐसे ही जारी रहने वाला है। अब इसके बाद ही डल्लेवाल ने एक बड़ी बात बोली।
किसानों का ‘मुकाबला’ कर पाएगी सरकार?
उन्होंने कहा कि आपने मुझे आमरण अनशन समाप्त करने के लिए कहा है, अभी तो जो समर्थन मुझे मिला, उसके लिए आभारी हूं। मैं आपकी भावनाओं की कद्र करता है, इसी वजह से मैं आपके इस आदेश को भी स्वीकार करता हूं।
कौन हैं जगजीत सिंह डल्लेवाल?
जगजीत सिंह डल्लेवाल पंजाब के फरीदकोट जिले के डल्लेवाल गांव के रहने वाले हैं। उनके पास खेती-किसानी से जुड़े मुद्दों और समस्याओं की समझ है। उन्होंने खेती-किसानी से जुड़े मुद्दों को लेकर लंबा संघर्ष भी किया है। डल्लेवाल के पास 17 एकड़ कृषि जमीन है और वह भारतीय किसान यूनियन (एकता सिद्धपुर) के प्रमुख हैं। पंजाब के मालवा इलाके में, जहां किसान काफी समृद्ध और मजबूत हैं, यहां के किसान नेताओं में जगजीत सिंह डल्लेवाल का नाम प्रमुख है।
जगजीत सिंह डल्लेवाल सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे से काफी प्रभावित हैं। इससे पहले वह साल 2018 में भी किसानों की मांगों को लेकर 11 दिन का अनशन कर चुके हैं। मोदी सरकार ने जब किसानों के आंदोलन के बाद तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया था तब भी किसानों की एक बड़ी मांग यही थी कि केंद्र सरकार एमएसपी के लिए गारंटी का कानून बनाए लेकिन इस मामले में किसानों की ओर से सरकार पर आरोप लगाया गया कि वह इस मुद्दे पर आगे नहीं बढ़ रही है। वैसे किसानों की मांग क्या है जिसे लेकर डल्लेवाल अनशन पर बैठ गए थे, जानने के लिए इस खबर का रुख करें