हरियाणा पुलिस ने सहायक उप-निरीक्षक (ASI) संदीप कुमार लाठर की कथित आत्महत्या और दिवंगत आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के गनमैन हेड कांस्टेबल सुशील कुमार की गिरफ्तारी की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। पुलिस उपाधीक्षक दलीप सिंह की अध्यक्षता वाली एसआईटी में इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार, एक उप-निरीक्षक और एक सहायक उप-निरीक्षक शामिल होंगे।
अर्बन एस्टेट थाने में दर्ज है FIR
SIT रोहतक के अर्बन एस्टेट थाने में 6 अक्टूबर को एक शराब व्यवसायी की शिकायत पर सुशील के खिलाफ दर्ज की गई FIR संख्या 319 और एएसआई संदीप की कथित आत्महत्या के संबंध में 15 अक्टूबर को सदर थाने में दर्ज की गई FIR संख्या 305 की जांच करेगा। रोहतक पुलिस के साइबर सेल में कार्यरत एएसआई संदीप 14 अक्टूबर को रोहतक के एक गांव में अपने मामा के खेत में सिर में गोली लगने से मृत पाए गए थे।
संदीप की मौत ने वाई पूरन कुमार की कथित आत्महत्या के मामले में एक नया मोड़ ला दिया है। अपने सुसाइड नोट में एएसआई संदीप ने अपनी मौत के लिए आईजीपी पूरन कुमार, उनकी पत्नी आईएएस अधिकारी अमनीत पी कुमार और दो अन्य लोगों को ज़िम्मेदार ठहराया था।
हालांकि पुलिस ने अभी तक एफआईआर सार्वजनिक नहीं की है, लेकिन इसकी एक प्रति परिवार के सदस्यों को दिखाई गई, जिसके बाद पोस्टमार्टम हुआ और अंतिम संस्कार किया गया। एएसआई संदीप उस पुलिस टीम का हिस्सा थे जिसने इस महीने की शुरुआत में अंबाला इलाके के आसपास से सुशील को पकड़ा था।संदीप से चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी ने भी पूछताछ की थी, जो वर्तमान में वाई पूरन कुमार की कथित आत्महत्या की जांच कर रही है।
क्या है मामला?
हरियाणा सरकार में आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर 2025 को आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने चंडीगढ़ स्थित अपने आवास में खुद को गोली मारी थी। पूरन कुमार ने एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जातिगत उत्पीड़न को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था। इसके बाद मंगलवार यानी 14 अक्टूबर 2025 को एक और आत्महत्या की खबर आई। इस बार आत्महत्या करने वाले शख्स का नाम संदीप लाठर था। संदीप रोहतक पुलिस की साइबर सेल में तैनात थे। उन्होंने मंगलवार को खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। संदीप ने पूरन कुमार को भ्रष्ट पुलिसकर्मी बताया और तीन पेज का सुसाइड नोट भी लिखा। इसके अलावा संदीप ने एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वह सच्चाई के लिए अपनी जान दे रहे हैं।