दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलने वाली है। लोगों की सुविधा के लिए ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चार मूर्ति गोल चक्कर पर गाजियाबाद से जेवर एयरपोर्ट तक चलने वाली नमो भारत ट्रेन और एक्वा लाइन पर चलने वाली ग्रेटर नोएडा मेट्रो को जोड़ा जाएगा। यहां पर इंटीग्रेटेड स्टेशन को बनाया जाएगा। एक्वा लाइन पर 10 किलोमीटर का कॉरिडोर अलग से बनाने की कोई भी जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके अलावा एक फायदा यह भी होगा कि लागत में दो हजार करोड़ रुपये की बचत भी होगी।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 22 स्टेशन होंगे, जो जेवर से गाजियाबाद तक नमो भारत ट्रेन और मेट्रो को जोड़ेंगे। इसे आगे 35 स्टेशन तक बढ़ाया जा सकता है। पहले 25 स्टेशन बनाने की प्लानिंग थी। इस प्रोजेक्ट की सभी जानकारी एनआरटीसी ने यमुना प्राधिकरण को सौंप दी है। एलिवेटेड ट्रैक (NCR Metro Project) एयरपोर्ट से गाजियाबाद तक 72.2 किमी बनाया जाएगा।
लोगों को मिलेगी राहत
एक अधिकारी ने बताया कि गाजियाबाद के सिद्धार्थनगर से ग्रेटर नोएडा वेस्ट, एल्फा-1 और जेवर एयरपोर्ट तक रैपिड रेल की डीपीआर तैयार हो चुकी है। इससे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। इतना ही नहीं, कॉरिडोर पर ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चार मूर्ति पर इंटीग्रेटिड स्टेशन को भी बनाया जाना है। यहीं पर एक्वा लाइन फेज-2 मेट्रो का 10 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर भी मिलता है। एक्वा लाइन मेट्रो का एक्सटेंशन अब सिर्फ सेक्टर 51 से चार मूर्ति तक ही होगा। इससे आगे का 10 किलोमीटर लंबे ट्रैक के लिए अलग से कॉरिडोर बनाने की कोई भी जरूरत नहीं पड़ेगी। एक्वा लाइन और रेपिड रैल के ट्रैक को एक जगह पर मिलाया जाएगा।
बार-बार ट्रेन चेंज करने की जरूरत नहीं
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चार मूर्ति पर नमो भारत और एक्वा मेट्रो को एक दूसरे से कनेक्ट करने के लिए एक जंक्शन बनेगा। गोल चक्कर पर बनने वाले स्टेशन को बड़ा बनाया जाएगा। यहीं से यात्री नोएडा, दिल्ली, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, जेवर के चारों तरफ आना जाना आसानी से कर सकेंगे। वहीं, एक्वा मेट्रो में यात्रा करने वाले लोगों को भी जेवर तक सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। उन्हें बार-बार ट्रेन बदलने के झंझट से छुटकारा मिल जाएगा। इस वजह से उनके टाइम और पैसे दोनों की बचत होगी।
