मध्य प्रदेश में एक शख्स ने कलेक्टर से पुलिस द्वारा उसके परिवार को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाते हुए शिकायत की है। शख्स का आरोप है कि पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर उसके परिवार ने आत्महत्या कर ली। लेकिन पुलिसकर्मियों पर कोई भी कार्रवाई नहीं की। इस पूरे मामले में शख्स का कहना है कि कलेक्टर ने उसकी बात पर गौर करने की बजाय मुस्कुराते जांच की बात कहते हुए उसे मिठाई खाने को कहा।

क्या है मामला: दरअसल पूरा मामला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का है। जहां पीड़ित राकेश बैरागी कलेक्टर आशीष सक्सेना से शिकायत करने पहुंचे। राकेश ने बताया कि 5 मई 2015 को उनके पिता ब्रिजमोहन बैरागी, मां गुलाब बैरागी और बहन भारती ने तत्कालीन टीआई और दो सिपाहियों की प्रताड़ना से तंग आकर और उकसाने से आत्महत्या कर ली। राकेश का कहना है कि जब ये शिकायत उन्होंने कलेक्टर आशीष से की तो कलेक्टर ने मुस्कुराते हुए उन्हें मिठाई खाने को कहा और मामले की जांच की बात कही। इससे राकेश नाराज हो गए और कहा कि मेरा परिवार उजड़ गया और आप मिठाई खाने की बात कर रहे हो।

परेशानी से ज्यादा मिठाई खिलाने में दिलचस्पी: दरअसल नए कलेक्टर आशीष सक्सेना नववर्ष पर जनसुनवाई में आए थे लेकिन लोगों के मुताबिक वो जनता की सुनवाई सुनने से ज्यादा लोगों को मिठाई खिलाने में दिलचस्पी ले रहे थे। ऐसे में जब राकेश ने भी उन्हें अपनी समस्या सुनाई तो उन्होंने उसे भी मुस्कुराते हुए मिठाई खाने के लिए कहा। हालांकि उन्होंने साथ ही में जांच की भी बात की।