Jammu and Kashmir: जम्मू कश्मीर के हंदवाड़ा में भारतीय सेना के जवानों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया है। बुधवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में सुरक्षा बलों को भारी मात्रा में IED मिला। जवान नियमित जांच के लिए सैन्य कैंप के आस-पास गश्त कर रहे थे तभी उन्हें आईडी बरामद हुआ। अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी कश्मीर के हंदवाड़ा के वुडीपोरा में संयुक्त बलों की एक टीम को इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस मिला था।

सैन्य अधिकारियों ने बताया कि आईडी पाए जाने के बाद उस सड़क को पूरी तरह से बंद कर दिया गया और सर्च ऑपरेशन चलाया गया। जवानों ने इस सड़क को पूरी तरह से बंद कर दिया और वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दिया गया। ऑर्मी के जवानों ने इस आईईडी को डिफ्यूज करने के लिए बम निरोधक दस्ते की मदद ली। वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और इसकी जांच शुरू कर दी गई है कि आखिर इतनी ज्यादा मात्रा में आईईडी कैसे यहां पहुंचा।

10 माह में मिल चुकी हैं 15 आईईडी

जम्मू संभाग में पिछले 10 महीनों में मिल चुकी है 15 आईईडी। जम्मू-कश्मीर के जवानों के लिए इस तरह से आईईडी का मिलना एक बड़ी चुनौती साबित होता हुआ दिखाई दे रहा है। जम्मू संभाग के कठुआ, पुंछ, रियासी, किश्तावड़, सांबा, राजौरी, सहित कई जिलों में आईईडी बरामद हो चुका है। इसके पहले 7 अक्टूबर को पुंछ में आईईडी के साथ महिला गिरफ्तार हुई। 18 जुलाई को खटिंका तालाब, सांबा और कठुआ से 3 आतंकी गिरफ्तार हुए थे, जिनके पास से 7 स्टिकी बम मिले। इसके पहले 15 सितंबर को रियासी में 2 आतंकी गिरफ्तार हुए, इनकी जानकारी पर राजौरी के 2 और आतंकी पकड़े गए, इनके पास से 8 स्टिकी आईईडी मिलीं।

आतंकी लगातार कर रहे हैं आईडी का उपयोग

यहां गौर करने वाली बात है कि पिछले 9 महीने के दौरान जम्मू संभाग मे खूब जमकर आतंकी वारदातें हुई हैं। इस दौरान ऊधमपुर जिले में तो 3 बार आतंकी हमले भी हो चुके हैं। इन सब हमलों के बीच अगर एक बात देखी जाए तो हर जगह वो कॉमन थी वो थी आतंकियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली आईईडी वो लगातार हमलों के लिए का उपयोग करते हुए दिखाई दे रहे हैं।