‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत द्वारा मिसाइल हमला किए जाने के बाद बुधवार को पाकिस्तानी सेना ने जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती गांवों को निशाना बनाकर भीषण गोलाबारी की और मोर्टार दागे। जिसके बाद पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के चार सेक्टर में एलओसी पर गोलाबारी की जिसका भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि जम्मू कश्मीर में एलओसी के पास पाकिस्तान के संघर्षविराम उल्लंघन में पुंछ में 13 नागरिकों की मौत हो गयी और 59 लोग घायल हुए हैं। वहीं, तनाव के माहौल के बीच देश के कई राज्यों में मॉक ड्रिल की जा रही है जिसमें आम नागरिकों को युद्ध और आपातकाल की स्थिति में जान बचाने की ट्रेनिंग दी जा रही है।

यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “मॉक ड्रिल का मतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण स्थिति में देश को किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए। 140 करोड़ की आबादी को हर समय सैनिक के रूप में तैयार रहना चाहिए, सतर्क रहना चाहिए। यह देश के दुश्मनों को संदेश है कि न केवल सेना, न केवल सरकार बल्कि देश का हर नागरिक सेना और सरकार के साथ खड़ा है।”

पाकिस्तान कर रहा सीजफायर का उल्लंघन

जम्मू में एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सात और आठ मई की दरमियानी रात पाकिस्तानी सेना की तरफ से कुपवाड़ा, बारामूला, उरी और अखनूर सेक्टर के सामने स्थित एलओसी पर छोटे हथियारों और तोपों का इस्तेमाल करते हुए बिना उकसावे के हमले किए गए। भारतीय सेना ने भी इसका मुंह तोड़ जवाब दिया।’’ अधिकारियों ने बताया कि किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। उन्होंने बताया कि जम्मू में सबसे ज्यादा प्रभावित पुंछ सेक्टर में बुधवार को हुई भीषण गोलेबारी में 13 लोगों की मौत हो गई थी लेकिन रात में स्थिति सामान्य रही।

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हालात के मद्देनजर सीमावर्ती इलाके के सैकड़ों निवासी पहले ही सुरक्षित क्षेत्रों में चले गए हैं। सेना ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि हम पुंछ सेक्टर में निर्दोष नागरिकों पर लक्षित हमलों के सभी पीड़ितों के साथ एकजुटता से खड़े हैं।

जम्मू के पांच सीमावर्ती जिलों में सभी शैक्षणिक संस्थान बंद

गौरतलब है कि पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले का बदला देते हुए भारत ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइलों से हमले किए। बढ़ते तनाव को देखते हुए अधिकारियों ने आदेश दिया है कि जम्मू क्षेत्र के पांच सीमावर्ती जिलों में सभी शैक्षणिक संस्थान बृहस्पतिवार को दूसरे दिन भी बंद रहेंगे। पढ़ें- कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह को मिलती है कितनी सैलरी