उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ, नोएडा, हापुड़, मेरठ समेत कई शहरों में बड़े डॉक्टरों और नामी गिरामी अस्पतालों पर आयकर विभाग ने नकेल कस दी है। गुरुवार को सुबह 8 बजे से ही करीब दर्जनभर से ज्यादा अस्पतालों में छापेमारी जारी है। इन सभी पर वित्तीय हेराफेरी करने और नियमों के खिलाफ जाकर लेनदेन का आरोप लगा है।

इन डॉक्टरों-अस्पतालों पर हुई कार्रवाईः जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग की कार्रवाई की जद में आए नामों में चरक और सिप्स जैसे नाम भी शुमार हैं। इनके अलावा कानपुर का एसपीएम हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर, मुरादाबाद की जेपीएमसी पैथ लैब, मेरठ के फिजिशियन भूपेंद्र सिंह, नोएडा में नियो हॉस्पिटल के डॉ राजीव मोतियानी और डॉ गुलाब गुप्ता, हापुड़ का जीएस मेडिकल कॉलेज एंड हास्पिटल का भी नाम सामने आया है।

डॉक्टर क्यों आए जांच की जद मेंः इनकम टैक्स विभाग के मुताबिक इन डॉक्टरों के पास अघोषित आय और निवेश की जानकारी मिली, इसके साथ ही दस्‍तावेजों में भी छेड़खानी के भी संकेत मिले। इसके बाद आयकर विभाग की आठ टीमों ने पूरे प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की। विभाग की सिलसिलेवार कार्रवाई से हड़कंप मच गया है।

क्या बोले इनकम टैक्स के अधिकारीः इनकम टैक्स विभाग के मुख्य निदेशक अमरेंद्र कुमार ने कहा कि इन अस्पतालों की तरफ से टैक्स बचाने के लिए बिना रिकॉर्ड का पैसा रखे जाने की बात सामने आई है। विभाग ने लखनऊ में दो, जबकि मुरादाबाद, मेरठ, नोएडा और हापुड़ में एक-एक जगह छापा मारा है। सिप्स हॉस्पिटल के डॉ आरके मिश्रा ने कहा, ‘यह आयकर विभाग के अधिकारियों के मुताबिक यह सर्वे है। हमारी टीम उन्हें पूरी मदद करेगी।’