तमिलनाडु के एक सरकारी अस्पताल में एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। बता दें कि 2 साल की बच्ची के पिता ने एक सरकारी अस्पताल पर उनकी बच्ची को HIV संक्रमित खून चढ़ाने का आरोप लगाया है। बच्ची के पिता ने बताया कि जुलाई 2018 में बच्ची को दिल की बीमारी के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां पर लापरवाही के चलते उसे एचआईवी संक्रमित खून चढ़ा दिया गया।

क्या है पूरा मामला: दरअसल पूरा मामला कोयंबटूर के एक सरकारी अस्पताल का है। जहां बच्ची के पिता ने बताया कि पिछले साल जुलाई में उनकी बेटी को दिल की बीमारी के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां पर अस्पताल की लापरवाही के चलते उसे संक्रमित खून चढ़ा दिया गया। इसके साथ ही बच्ची के पिता ने बताया कि तबीयत बिगड़ने पर उसे इस महीने दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां जांच में 6 फरवरी को बच्ची के HIV संक्रमित होने की पुष्टि हुई।

अंग्रेजी और तमिल में बात भी कर सकते हैं ये रोबोट, परोसते हैं मनपसंद खाना

अस्पताल प्रशासन ने आरोपों को किया खारिजः बच्ची के परिजनों के आरोपों को खारिज करते हुए अस्पताल के डीन अशोकन ने बताया कि बच्ची को जब अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था तो उसका वजन बहुत कम था जिसके चलते उसे उचित जांच के बाद खून चढ़ाया गया था। डॉ अशोकन ने कहा कि हो सकता है कि बच्ची को संक्रमण किसी अन्य अस्पताल से हुआ हो। बच्ची के परिजनों की शिकायत के बाद उन्होंने अस्पताल में मौजूद बच्ची के रिकॉर्ड्स को खंगाला और कुछ भी गलत नहीं पाया।

पहले भी सामने आ चुके हैं कई मामले: गौरतलब है कि ये ऐसा पहला मामला नहीं है जब किसी व्यक्ति ने सरकारी अस्पताल HIV संक्रमित खून चढ़ाने का आरोप लगाया हो। इससे पहले दिसंबर 2018 में एक सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिला को HIV संक्रमित खून चढ़ाने को लेकर काफी हंगामा हुआ था। बता दें कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में ब्लड बैंको के रख-रखाव को लेकर पहले भी सवाल उठते रहे हैं।