Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में आईएएस अधिकारियों के इस्तीफा देने का दौर जारी है। अब IAS जी श्रीनिवासुलु ने दिया इस्तीफा। जी श्रीनिवासुलु साल 2005 बैच के आईएएस अफसर हैं अभी उनकी सेवानिवृत्ति को 8 साल बाकी थे लेकिन उन्होंने पहले ही इस्तीफा दे दिया। मौजूदा समय जी श्रीनिवासुलु उत्तर प्रदेश के राजस्व विभाग के विशेष सचिव के पद पर तैनात थे। उत्तर प्रदेश में आईएएस अफसरों के इस्तीफे और वीआरएस लेने का सिलसिला जारी है। जी श्रीनिवासुलु आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं। जी श्रीनिवासुलु स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति या फिर इस्तीफा देने वाले पांचवें आईएएस अधिकारी हैं।
जी श्रीनिवासुलु अभी तक विशेष सचिव के कैडर में थे। अभी तक ये वित्त विभाग के विशेष सचिव थे अब इन्हें राजस्व विभाग का विशेष सचिव बनाया गया था। ये आंध्र प्रदेश में इंटरकैडर डेपुटेशन पर तैनात थे थोड़े ही दिनों पहले इनकी मुख्यधारा में वापसी हुई है। अब अचानक उन्होंन इस्तीफा दे दिया है जिससे हर कोई हैरान है। यहां चौंकाने वाली बात है कि जिनकी नौकरी अभी 8-10 साल बची हुई है वो लोग इस्तीफा देकर क्यों जा रहे हैं? इसके कुछ ही दिन पहले विद्याभूषण ने इस्तीफा दिया था उसके पहले गोथलवाल का इस्तीफा आया था। अगर केंद्र सरकार से एनओसी आ गई तो फिर आईएएस जूथिका पाटणकर और रेणुका कुमार को भी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति दे दी जाएगी। वैसे राज्य के सभी संबंधित विभागों से इन्हें एनओसी मिल चुकी है।
2004 के बाद केंद्र सरकार ने खत्म कर दी पेंशन व्यवस्था
इसमें एक बड़ा कारण ये भी हो सकता है कि साल 2004 के बाद ज्वाइन करने वाले आईएएस अफसरों के लिए सरकार ने पेंशन सेवा खत्म कर दी है तो ऐसे में लोग समय रहते उस विकल्प की तलाश करते हैं जहां समय रहते वो रिटायरमेंट के बाद भी काम कर सकें। वहीं एक और वजह हो सकती है जी श्रीनिवासुलु के इस्तीफे की कि उनको समय से प्रमोशन नहीं मिल पाया था जबकि उनके साथ के सभी अधिकारी प्रमोट हो कर सेक्रेटरी रैंक में पहुंच चुके हैं और उनसे एक बैच पीछे वाले भी प्रमोट हो चुके हैं। तो एक तरह से वो अपने बैच वालों से भी जूनियर हो गए और अपने पीछे वाले बैच से भी जूनियर हो गए।
भविष्य के लिए कोई नया प्लान भी हो सकता है इस्तीफे की वजह
कुल मिलाकर एक बात तो साफ है कि उत्तर प्रदेश में उनका मन नहीं लग रहा है वो इस्तीफा देकर वापस घर जाना चाहते हों। इसके अलावा उनके लगातार तबादले होते रहे हैं जिससे कि उनका आत्मविश्वास डगमगा गया हो। हो सकता है कि उन्होंने कुछ और करने के लिए कुछ ठान रखा हो। ऐसा भी हो सकता है कि उन्होंने अपने भविष्य को देखते हुए ये निर्णय लिया हो।