भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन ने पाकिस्तानियों की गिरफ्त में आने से पहले बहादुरी दिखाई। उन्होंने अपने पास मौजूद अहम नक्शे और सबूत नष्ट कर दिए, जिससे वे दुश्मन देश के हत्थे न चढ़ सकें। यह खुलासा पाकिस्तान के एक चश्मदीद मोहम्मद रज्जाक चौधरी ने किया है। उन्होंने अपनी आंखों देखी पाकिस्तान के अखबार द डॉन से बयां की है। गौरतलब है कि 27 फरवरी को पाकिस्तानी लड़ाकू विमान भारतीय वायु सीमा में घुसे थे। मिग-21 उड़ा रहे विंग कमांडर अभिनंदन ने उन्हें खदेड़ा और एक F16 भी मार गिराया। हालांकि, इस दौरान वे एलओसी के पार चले गए, जहां पाकिस्तानियों ने उनका विमान गिरा दिया।

पाकिस्तानियों के चंगुल में ऐसे फंसे अभिनंदन : द डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, एलओसी से करीब 7 किलोमीटर दूर मुजफ्फराबाद के होरा गांव में रहने वाले मोहम्मद रज्जाक चौधरी ने बताया, ‘‘बुधवार सुबह करीब 8:45 बजे मेरे घर से एक किलोमीटर दूर एक विमान क्रैश होकर गिर गया। वहीं, एक पायलट पैराशूट से कूदते दिखाई दिया, जिसे पाकिस्तानी लड़कों ने घेर लिया। पायलट ने जगह पूछी तो लड़कों ने इंडिया में होने की बात कही। ऐसे में पायलट ने भारत समर्थित नारे लगाए, जिससे पाकिस्तानी लड़के नाराज हो गए और पाकिस्तान समर्थित नारेबाजी करने लगे।’’

फंसने के बाद भी दिखाई बहादुरी : मोहम्मद रज्जाक के मुताबिक, ‘‘खुद को पाकिस्तानियों के बीच फंसा देखकर भारतीय पायलट ने दौड़ लगा दी। वे करीब आधा किलोमीटर तक भागे। इस दौरान अभिनंदन ने लड़कों को डराने के लिए हवाई फायर किए, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। इसके बाद पायलट ने तालाब में छलांग लगा दी। यहां उन्होंने अपनी जेब से कुछ नक्शे व कागजात निकाले और उन्हें पानी में बहा दिया। साथ ही, कुछ कागजात खाने की कोशिश भी की। इसके बाद पाकिस्तानी लड़कों ने उन्हें पकड़ लिया और मारपीट करने लगे।’’ रज्जाक ने बताया कि मैंने मामले की सूचना अखबार के कर्मचारियों को दी, जिसके बाद पाकिस्तानी आर्मी के अफसर उन्हें ले गए थे।