Indian Air Force Aerial Strike: बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री परवेज खट्टर और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को पाकिस्तानी मीडिया के सामने काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। मीडिया ने उनसे पाकिस्तान एयर फोर्स द्वारा भारतीय वायुसेना के विमानों को इंटरसेप्ट नहीं कर पाने पर सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि भारत के विमानों ने पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में 4-5 किमी तक घुसपैठ की थी, जब हमारे विमानों ने चुनौती दी तो वे लौट गए। कुरैशी ने कहा कि यह एलओसी का उल्लंघन है। पाकिस्तान के पास जवाब देने और खुद की रक्षा करने का अधिकार है।
भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के बाद पाकिस्तानी पत्रकारों ने विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और रक्षा मंत्री परवेज खट्टर से सवाल पूछा, ‘‘क्या पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और वायु सेना प्रमुख मार्शल मुजाहिद अनवर खान के बीच तनातनी के चलते भारतीय वायुसेना को यहां प्रवेश करने की इजाजत मिली? कल शाम हमारे सेना प्रमुख ने वायुसेना मुख्यालय का दौरा किया। क्या उन्हें (भारत) 4-5 किमी अंदर आने देने के लिए कोई समझौता हुआ था। हमारे विमान देर से क्यों आए थे? भारतीयों को क्यों भागने दिया गया?”
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि आर्मी चीफ और एयर चीफ ऐसा कुछ भी नहीं होने देंगे। हमारे विमान लेट नहीं हुए। हम हमेशा की तरह चुनौती का सामना करने के लिए बिल्कुल तैयार थे। उन्होंने कहा कि उनकी (भारत) क्षमता को कम मत आंकों। हमारे पास अपनी समझ है, हम दूसरों को देख रिएक्ट नहीं करते बल्कि एक्ट करते है। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली को जाम किए जाने से भी इंकार किया।
पत्रकारों के जवाब देते हुए पाकिस्तान के मंत्री ने कहा कि हमले के वक्त रात का समय था। ऐसे में नुकसान का सही आकलन नहीं किया जा सका। अब हमें साफ़ संदेश मिल चुका है कि अगर भविष्य में ऐसा कुछ हुआ तो जवाबी कार्रवाई की जाएगी। कुरैशी ने कहा कि हमारी वायुसेना की सतर्कता की वजह से भारतीय विमान एलओसी से ही लौट गए।
इसके बाद पत्रकारों ने पाकिस्तान के मंत्रियों से पूछा कि टीवी पर पाकिस्तान सरकार ‘अब मार के देख’ जैसे मोटिवेशनल गाने चला रही है। इसके बावजूद भारतीय विमानों को एक भी खरोंच नहीं आई। उन्हें गोली क्यों नहीं मारी गई?
कुरैशी ने कहा, “आप पाकिस्तानी हैं और मेरा आपसे अनुरोध है कि पाकिस्तान का नेतृत्व, सैन्य या राजनीतिक, भारत के इरादों को पढ़ने और जवाब देने की सक्षम है। यह नेतृत्व की परीक्षा का समय है। आक्रामकता का जवाब देना हमारा अधिकार है और देश इस मुद्दे पर निराश नहीं होगा।” उन्होंने कहा कि इस समय हालात बहुत नाजुक हैं। ऐसे में हम कुछ भी गैर जिम्मेदाराना बयान नहीं देना चाहते, जिससे स्थिति और बिगड़े।