Hyderabad Cabbie: हैदराबाद के कैब ड्राइवर विजय ने अनाथ के अंतिम संस्कार के लिए अपनी बचत से 6000 रुपए निकालकर एक संस्था (NGO) को दान किया था। लेकिन दो दिन बाद ही वही रुपए उसके काम आएंगे उसने कभी सोचा न था। बताया जा रहा है कि संस्था को पैसे दान करने के कुछ दिन बाद विजय ने कथित तौर पर ट्रेन की पटरियों पर लेटकर आत्महत्या कर ली। जिसके बाद उसके शव का उसी स्वयंसेवी संस्था ने अंतिम संस्कार करवाया जिसमें उसने 6000 रुपए दान दिए थे।
हैदराबाद में चलाता था कैब: एनडीटीवी में छपी खबर के मुताबिक, कैब ड्राइवर विजय उस वक्त चर्चा में आया जब उसने अपनी छोटी से सैलरी से अनाथ लोगों का अंतिम संस्कार करवाने वाले एक NGO को 6,000 रुपए दान दिए। लेकिन दो दिन बाद ही उस पैसे का इस्तेमाल विजय के ही अंतिम संस्कार के लिए किया गया। दरअसल, अनाथ लोगों का अंतिम संस्कार करने वाली NGO में विजय अक्सर पैसे दान करता था क्योंकि वह खुद भी अनाथ था और लोगों की मदद करना उसका स्वाभाव था। लेकिन कथित तौर पर जब उसने ट्रेन की पटरियों पर लेटकर आत्महत्या की तो उसी NGO ने विजय का भी अंतिम संस्कार कराया। सुसाइड नोट में उसने लिखा कि वह एक अनाथ के रूप में अकेला था और मेरी मौत पर किसी को दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए।
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वीडियो किया था शूट: बता दें कि जिस वक्त विजय ने NGO को पैसे दान किए थे उस वक्त का एनजीओ चलाने वाले गौतम कुमार के साथ उसका एक वीडियो वायरल हुआ। गौतम कहते हैं कि मामूली आय के साथ कैब ड्राइवर होने के बावजूद, विजय ने बड़ा दिल दिखाते हुए 6,000 रुपए दान किए। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही फोटो में विजय और गौतम दोनों ही फोटोज में स्माइल करते हुए नजर आ रहे हैं।