उत्तर प्रदेश के बदायूं में बुधवार रात को मेंथा ऑयल फैक्ट्री में जबरदस्त आग लग गई। तेज आंधी में मेंथा फैक्ट्री की चिमनी गिर गई और इस वजह से आग लगने की घटना हुई। आग की वजह से फैक्ट्री में रखे नाइट्रोजन के सिलेंडर फटने लगे। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, लगभग 100 सिलेंडर फटे और इनसे हुए धमाकों की वजह से गांव में दहशत फैल गई। आनन-फानन में फैक्ट्री से सटे कूड़ा नरसिंहपुर गांव को खाली कराया।
दिल्ली-बदायूं हाईवे पर उझानी कस्बे के किनारे भारत मिंट एंड एलाइड केमिकल्स नाम से मेंथा फैक्ट्री है। फैक्ट्री के मालिक मनोज गोयल हैं।
फैक्ट्री के आसपास लगभग 20 हजार की आबादी है। आग लगने के बाद मजदूर चिल्लाते हुए बाहर भागे। नाइट्रोजन के सिलेंडरों के आग पकड़ने की वजह से हालात बेकाबू हो गए। लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी और तुरंत फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग बुझाने में छूट गई। सोशल मीडिया पर आई तस्वीरों को देखकर पता चलता है कि घटना कितनी भयावह थी।
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आग की लपटें इतनी जबरदस्त थीं कि 60 फीट ऊपर तक इसकी लपटें दिखाई दी और धुआं भी दिखा। मौके की गंभीरता को देखते हुए 100 से ज्यादा फायर ब्रिगेड कर्मचारी आग बुझाने के काम में जुटे रहे लेकिन फिर भी कई घंटों के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
घर छोड़कर भागने लगे लोग
लोग इस कदर दहशत में आ गए कि वे बाइक, कार और अन्य वाहनों से अपना घर छोड़कर भागने लगे। घर छोड़कर भाग रहे लोगों को पुलिस और प्रशासन ने समझाने की कोशिश की कि डरने की कोई बात नहीं है लेकिन लोग नहीं माने।
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उत्तर प्रदेश सरकार ने घटना की जानकारी लेते हुए जिला प्रशासन से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है। आग लगने की वजह से देर रात दिल्ली-बदायूं हाईवे पर गाड़ियों का आना-जाना रोक दिया गया था लेकिन जब आग कुछ हद तक बुझी तो हाईवे को खोल दिया गया।
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