Ayushman Aarogya Mandir: मोहल्ला क्लिनिक की जगह लेने जा रहे शहरी आरोग्य मंदिरों को बेहतर तरीके से डिजाइन किया जा रहा है और दीवारों पर नई-नई तस्वीरें बनाई जा रही हैं। सेंट्रल दिल्ली के इंद्रपुरी में भी कुछ इसी तरह का नजारा देखा गया। यहां पर आरोग्य मंदिर की दीवार पर एक डॉक्टर को एक बच्चे का इलाज करते हुए दिखाया गया है। एंट्री गेट पर एक रेलिंग और एक बोर्ड भी लगाया गया है।
हाल ही तक यह मोहल्ला क्लीनिक था। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के पोस्टर अब नहीं लगे हैं। वास्तव में इस क्लिनिक को पिछली आम आदमी पार्टी सरकार की अहम योजना से जोड़ने वाले हर साइन को मिटा दिया गया है। दिल्ली सरकार ने कम से कम चार क्लीनिक तैयार किए हैं। इनमें टोडापुर, वसंत विहार में भंवर सिंह कैंप, मायापुरी और इंद्रपुरी में एक-एक है। यह केंद्र की प्रमुख योजना का एक अहम हिस्सा है।
आधिकारिक आदेश के मुताबिक, इंद्रपुरी में एक मेडिकल ऑफिसर समेत कुल 13 स्टाफ मेंबर नियुक्त किए जाएंगे। अन्य कर्मचारियों में एक फार्मासिस्ट, चार सहायक नर्स दाइयां, एक लैब तकनीशियन, एक डॉट्स लैब तकनीशियन, एक डेटा एंट्री ऑपरेटर और एक क्लीनर शामिल हैं। इंद्रपुरी के आरोग्य मंदिर में 256 दवाओं की एक लिस्ट रखी जाएगी। ब्लड शुगर, हीमोग्लोबिन, ब्लड ग्रुप, यूरिन, प्रेग्नेंसी के लिए इन-हाउस टेस्ट मुहैया कराए जाएंगे। 90 अन्य टेस्ट एगिलस लैब को आउटसोर्स किए जाएंगे।
इन लोगों को आयुष्मान योजना का कोई फायदा नहीं मिलेगा
आरोग्य मंदिर मोहल्ला क्लिनिक की तरह काम करते हैं – अमित कुमार
क्लिनिक के बाहर एक बेंच पर इंद्रपुरी में रहने वाले दो लोग अमित कुमार और सागर मंडल बैठे हुए थे। दिल्ली सरकार के एक कर्मचारी कुमार ने कहा कि हम पड़ोस में रहते हैं। उन्होंने कहा यह अभी भी मोहल्ला क्लिनिक जैसा लगता है। दवाइयां, टेस्ट अब तक सब कुछ फ्री है। 17 अप्रैल को डॉक्टर के छुट्टी पर होने के कारण क्लीनिक पर ताला लगा दिया गया था। कुमार ने दावा किया, ‘जब भी डॉक्टर छुट्टी पर होते हैं, तो पूरा स्टाफ भी छुट्टी पर चला जाता है।’ मोहल्ला क्लिनिक भी इसी तरह काम करते हैं।
मंडल ने कहा, ‘कर्मचारी पहले की तरह ही मरीजों की जानकारी उनके टैब और कॉपी पर लिखते हैं।’ पास में किराने की दुकान चलाने वाली सरोज देवी ने कहा, ‘जैसा पहले था वैसा अब भी है।’ उन्होंने कहा कि यह यह ज्यादातर दिन बंद रहता है। दिल्ली चुनाव जीतने के बाद बीजेपी सरकार ने घोषणा की थी कि वह किराए के मकानों में चल रहे 250 मोहल्ला क्लीनिकों को आयुष्मान आरोग्य मंदिर में बदल देगी।
16 अप्रैल को दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने लोक निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर को 70 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का निर्माण पूरा करने के निर्देश जारी किए थे। पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घोषणा की थी कि दिल्ली भर में कुल 1,139 आरोग्य मंदिर बनाए जाएंगे। इनमें हर एक विधानसभा क्षेत्र में लगभग 15 केंद्र होंगे।
एमआरआई और सीटी स्कैन भी जारी रहेगा
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि आरोग्य मंदिर 12 सर्विस पैकेज पेश करेंगे। एमआरआई और सीटी स्कैन के लिए मौजूदा योजना जारी रहेगी, साथ ही प्राइवेट सेंटर्स पर भी रेफर किया जाएगा। यूएएएम एनसीडी की भी जांच करेगा। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इन स्वास्थ्य केंद्रों का ध्यान मरीज की देखभाल पर होगा। दिल्ली में कितने लोगों को मिलेगा आयुष्मान योजना का फायदा?
