सुरक्षाबलों द्वारा मारे गए आतंकवादियों के घरवालों से सहानुभूती जता रहीं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के लिए आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के कार्यकारी प्रमुख ने फरमान जारी किया है। हिज्बुल मुजाहिदी प्रमुख रियाज नाइकू ने आतंकियों के परिवारवालों से कहा है कि अगर महबूबा मुफ्ती आएं तो उन्हें घर में न घुसने दें। दरअसल, महबूबा मुफ्ती एकबार फिर सुरक्षाबलों द्वारा मारे जाने वाले आतंकियों के घर जाकर उनके परिवारवालों से सहानुभूति जताते हुए देखी जा रही हैं। बीती 3 जनवरी को भी वह मारे गए हिज्बुल आतंकी इदरीस सुल्तान के घर गई थीं। इदरीस के घरवाले दक्षिण कश्मीर के शोपियां के साफनगरी गांव में रहते हैं। आतंकी के घर जाकर महबूबा ने उसके भाई जावीद सुल्तान को फौरन रिहा करने की मांग भी की, जोकि पिछले एक महीने से पुलिस हिरासत में है। महबूबा पुलवामाम के पाटीपोरा गांव में एक और हिज्बुल आतंकी के घर गई थीं। आरोप है कि पुलिस ने आतंकी के परिवार को यातना दी।
बता दें कि इदरीस सुल्तान पहले भारतीय सेना का जवान था लेकिन बाद में वह घर से अचानक लापता हो गया था और कुछ दिनों बाद बंदूक के साथ उसकी तस्वीर वायरल हो गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया था। नाइकू ने आतंकियों के परिवारवालों से महबूबा मुफ्ती के मिलने को ड्रामा करार दिया है और आतंकियों के घरवालों से कहा है कि वे उन्हें घर में न घुसने दें। रविवार (6 जनवरी) को जारी एक ऑडियो संदेश में नाइकू कहता हुआ सुनाई दे रहा है, ”बेशर्म महबूबा मुफ्ती से कोई वास्ता नहीं है। जिन लोगों के खून से उनके हाथ सने हैं उनके घरों में वह कैसे जा सकती हैं।”
ऑडिया में नाइकू यह भी कहता सुनाई दे रहा है, ”मैंने आतंकियों के परिवारवालों से निवेदन किया है वे उसे घर में न घुसने दें।” आतंकी संगठन प्रमुख नाइकू ने कहा कि उसे याद है कि महबूबा के दौरों को किसने करवाया है। उसने कहा, ”वे पीडीपी एजेंट्स हैं और बहुत जल्द हम उन्हें पाठ पढ़ाएंगे।” हिज्बुल प्रमुख ने कहा, ”आज दिवंगत महबूबा मुफ्ती ने नया ड्रामा शुरू कर दिया है। इस पर हैरान न हों कि मैंने उस दिवंगत क्यों कहा है। जिसकी अंतरात्मा मर चुकी हो, उसके जीवित या मृत रहने से फर्क नहीं पड़ता है।”