चेन्नै में खून चढ़ाने से महिला को इंफेक्शन के मामले में ब्लड डोनर युवक (19) ने जहर खा लिया था। रविवार को युवक की मौत हो गई। रामनाथपुरम जिले में रहने वाले युवक ने अपने घर में जहर खा लिया था। इसकी जानकारी मिलने के बाद उसे मदुरई राजाजी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां अंदरूनी ब्लीडिंग होने से उसकी मौत हो गई।

रविवार सुबह हुई युवक की मौत : मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. एस शानमुगासुंदरम ने बताया कि युवक की हालत काफी गंभीर थी। 2 दिन से वह गहन निगरानी में था। रविवार सुबह अचानक इंटरनल ब्लीडिंग बढ़ गई। हमने जरूरी इलाज जारी रखा, लेकिन उसकी मौत हो गई।

ब्लड डोनेट करते वक्त युवक को HIV+ होने का पता नहीं था : जानकारी के मुताबिक, युवक ने नवंबर में ब्लड डोनेट किया था। उस वक्त उसे खुद के HIV+ होने की जानकारी नहीं थी। शिवकाशी स्थित सरकारी ब्लड बैंक ने जब उसका ब्लड टेस्ट किया था तो वह HIV निगेटिव था। 2016 में उसने एक प्राइवेट ब्लड डोनेशन कैंप में ब्लड डोनेट किया था, जहां उसके HIV+ होने की जानकारी मिली थी। हालांकि, काउंसलर्स ने उसे न तो इस बारे में कुछ बताया और न ही उसे ब्लैकलिस्टेड किया।

युवक ने अधिकारियों को खुद ही दी थी जानकारी : हकीकत में, विदेश में नौकरी के लिए एक प्राइवेट लैब में टेस्ट कराने वक्त उसे HIV+ होने पता चला। ऐसे में युवक ने खुद ही अधिकारियों को मामले की जानकारी दी। इसके बाद डॉक्टरों ने उस महिला को ढूंढा, जिसे युवक का ब्लड चढ़ाया गया था तो वह भी HIV+ मिली। फिलहाल महिला का इलाज मदुरई में चल रहा है। वहीं, बच्चे को एचआईवी होने की जानकारी उसके जन्म के बाद ही पता लग पाएगी।

 

तीन कर्मचारियों को निलंबित कर चुकी सरकार : तमिलनाडु सरकार ने इस मामले में दो लैब टेक्निशियन और एक काउंसलर को निलंबित कर दिया है। साथ ही, मामले की जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारियों को आशंका है कि नवंबर में युवक का परीक्षण करने वाले लैब टेक्निशियन ने अपने काम में लापरवाही बरती, जिससे यह गड़बड़ी हुई।