राजस्थान के सिरोही जिले में स्वामी अवधेशानंद की हत्या के आरोप में पुलिस ने आरएसएस के प्रचारक को गिरफ्तार किया है। राजस्थान पुलिस का दावा है कि स्वामी अवधेशानंद की 35 बार चाकू घोंपकर निर्ममता से हत्या कर दी गई थी। स्वामी अवधेशानंद सिरोही जिले में एकल विद्यालयों के संरक्षक थे। बता दें कि ये एकल विद्यालय हिंदूवादी संगठन विश्व हिंदू परिषद के सहयोग से चलाए जा रहे हैं। अवधेशानंद की हत्या बीती 11 नवंबर को सिरोही में आरएसएस मुख्यालय में कर दी गई थी। अब बीते रविवार को रात करीब 11.30 बजे राजस्थान पुलिस ने इस हत्या के आरोप में आरएसएस के तत्कालीन प्रचारक उत्तम गिरि को गिरफ्तार किया है। फिलहाल उत्तम गिरि को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
क्या था हत्या का कारणः हिन्दुस्तान टाइम्स की एक खबर के अनुसार, सिरोही सर्किल के ऑफिसर विक्रम सिंह का कहना है कि आरोपी और पीड़ित के बीच पहले तो विचारधारा के मुद्दे पर मतभेद हुए थे। इसके साथ ही दोनों के बीच एक प्लॉट को लेकर भी विवाद हुआ था। पुलिस के अनुसार, स्वामी अवधेशानंद के पास 4 बीघा जमीन थी, जिस पर वह स्कूल का निर्माण कराना चाहते थे। इसके लिए अवधेशानंद ने उत्तम गिरि को अपनी पोजिशन का इस्तेमाल करते हुए स्कूल के लिए चंदा इकट्ठा करने की मांग की थी।
पुलिस का कहना है कि उत्तम गिरि ने शुरुआत में चंदा इकट्ठा करने से इंकार कर दिया। 11 नवंबर की शाम अवधेशानंद उत्तम गिरि से मिलने गए थे। इसी मुलाकात में दोनों के बीच गरमा-गरम बहस हो गई, जो कि हिंसक हो गई। बताया जा रहा है कि इसी दौरान उत्तम गिरि ने अपना आपा खो दिया और एक चाकू से अवधेशानंद की हत्या कर दी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, अवधेशानंद के शरीर पर चाकू के 35 घाव हैं, जिनसे उन्हें गले, नाक, गर्दन और पेट में गंभीर चोटें लगी। इस हमले में पीड़ित की आहार नली और ऑक्सीजन नली बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। अवधेशानंद के समर्थको में इस घटना के बाद से काफी गुस्सा है और वह इसे सुनियोजित हत्या बता रहे हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।