भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार नामित किया। अमित शाह ने यह घोषणा एक सार्वजनिक रैली में की। इस घोषणा के साथ ही प्रदेश में पार्टी की पसंद के बारे में इस शीर्ष पद के लिये जारी अटकलों पर विराम लग गया है। शाह ने कहा, ‘भाजपा हिमाचल प्रदेश में प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में चुनाव लड़ने जा रही है।’ भाजपा की जीत का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि धूमल अभी पूर्व मुख्यमंत्री हैं और 18 दिसंबर के बाद, वे नये मुख्यमंत्री बनेंगे। धूमल ने इस एलान के बाद कहा, ‘मैं पार्टी नेतृत्व, कार्यकर्ता और हिमाचल प्रदेश के लोगों का शुक्रिया अदा कराता हूं।’

बता दें, केंद्रीय मंत्री जे पी नड्डा को हिमाचल प्रदेश में इस शीर्ष पद के लिये पार्टी के भीतर एक दावेदार के रूप में देखा जा रहा था । हालांकि इस राज्य में लोगों के बीच आधार होने के कारण धूमल को फायदा मिला।

प्रेम कुमार धूमल पहले भी हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। साल 1998 में हिमाचल प्रदेश में भाजपा और हिमाचल विकास कांग्रेस के गठबंधन की सरकार बनी थी, इस दौरान 1998 से 2003 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे। इसके बाद साल 2007 से 2012 तक एक बार फिर वे मुख्यमंत्री रहे। इसके अलावा वे हिमाचल प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

बता दें, हिमाचल प्रदेश में अभी कांग्रेस की सरकार है और वीरभद्र सिंह बतौर मुख्यमंत्री इसका नेतृत्व कर रहे हैं। 68 विधानसभा सीटों में से अभी कांग्रेस के पास 36 और भाजपा के पास 28 हैं। राज्य में विधानसभा चुनाव एक ही चरण में 9 नवंबर को होंगे। वहीं चुनावों का परिणाम गुजरात के साथ 18 दिसंबर को जारी किए जाएंगे।

बता दें, विधानसभा चुनाव से पहले आए सर्वे के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में इस बार कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ सकता है। वहीं सर्वे में भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत के आसार बताए गए हैं। एबीपी न्यूज-सीएसडीएस-लोकनीति के सर्वे के मुताबिक कांग्रेस को 68 में से 22 से 28 और भारतीय जनता पार्टी को 39 से 45 सीटें मिल सकती हैं। वहीं अन्य के खाते में 0 से 3 सीटें जा सकती हैं।

इसके अलावा इंडिया टुडे ग्रुप और AXIS MY INDIA ने भी हिमाचल प्रदेश में प्री पोल सर्वे करवाया है। इस सर्वे के अनुसार भी राज्य में बीजेपी को बढ़त मिलती दिख रही है। वोट शेयर की बात करें तो बीजेपी के 49 फीसदी वोट मिल सकते हैं वहीं कांग्रेस सिर्फ 38 प्रतिशत पर ही सिमट सकती है। वहीं अन्य के खातों में 13 प्रतिशत वोट पड़ सकता है। सीटों की बात करें तो सर्वे में सर्वाधिक सीटें भाजपा को मिलती दिख रही। राज्य में भाजपा 43-47 सीटों के साथ फिर से सरकार बनाती दिख रही है। कांग्रेस को 21 से 25 जबकि अन्य के खाते में 0-2 सीटें आ सकती हैं।