हिमाचल प्रदेश के नम्गया डोगरी से हिम-स्खलन में लापता पांच जवानों में से अब तक सिर्फ एक ही जवान का शव मिला है। सेना के 5 जवान पिछले 11 दिन पहले हिम-स्खलन में लापता हो गए थे। प्राप्त जानकारी के मुताबिक ये सभी किन्नोर जिले के पूह क्षेत्र में वाटर पाइप-लाइन की मरम्मत करने के लिए गए थे, जहां वे हिम-स्खलन की चपेट में आ गए थे। एक जवान की घटना पर ही मौत हो गई थी, वहीं पांच जवानों के लापता होने की भी खबर मिली थी।

4 जवान अभी भी लापताः किन्नौर जिले के डिप्टी कमिश्नर गोपाल चंद के अनुसार 20 फरवरी को हुए हिम-स्खलन में लापता पांच जवानों में से शनिवार को पहला शव मिल पाया है। जवान की पहचान राजेश ऋषि (25) के रूप में हुई है। ये सेना के जम्मू-कश्मीर के थे और बताया जा रहा है कि राजेश सोलन जिले के नालागढ़ स्थित जगतपुर गांव के रहने वाले थे। जवानों की खोज के लिए सेना द्वारा लगातार तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए सेना के 250 जवानों को तैनात किया गया था। इनमें ITBP (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) और BRO के जवान भी शामिल थे।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि खराब मौसम के कारण तलाशी अभियान का कार्य धीमी गति पर है। उन्होंने सेना को हरसंभव मदद देने की बात कही और लापता जवानों के जल्द से जल्द मिलने की उम्मीद जताई।

रिपोर्ट्स के मुताबिक 20 फरवरी को सेना के 16 जवान नम्गया से शिपकिला के लिए रवाना हुए थे। पूह छेत्र में पानी की एक सप्लाई लाइन को ठीक करने के लिए गए जवानों की टोली हिमस्खलन के चपेट में फंस गए। खराब मौसम के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी नहीं आ पाई और लगातार बाधाएं आती रहीं।