केंद्रीय वित्त मंत्री पर डीडीसीए प्रमुख रहते कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में आरोप लगाने वाले मुख्मंत्री अरविंद केजरीवाल की माफी को अरुण जेटली द्वारा स्वीकार करने के बाद आज यहां इन दोनों नेताओं के बीच अदालतों में मानहानि मामलों को लेकर कानूनी लड़ाई खत्म हो गई। जेटली ने दिल्ली एवं जिला क्रिकेट एसोसिएशन( डीडीसीए) में कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में उनके खिलाफ कथित‘‘ अनर्गल’’ टिप्पणियों को लेकर केजरीवाल तथा पांच अन्य आप नेताओं के खिलाफ दिसंबर 2015 में दिल्ली उच्च न्यायालय में मानहानि वाद दायर करके मुआवजे के रूप में10 करोड़ रुपये मांगे थे जबकि एक जिला अदालत में आपराधिक मानहानि मामला दायर किया था।

केजरीवाल के अलावा कार्यवाही का सामना करने वाले अन्य आप नेताओं में राघव चड्ढा, कुमार विश्वास, संजय सिंह, आशुतोष और दीपक बाजपेयी शामिल हैं। जेटली ने पिछले साल मई में केजरीवाल के खिलाफ दस करोड़ रुपये के एक अन्य दीवानी मानहानि वाद उस समय दायर किया था जब उनके वकील राम जेठमलानी ने पहले वाद में जिरह के दौरान भाजपा नेता के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का कथित रूप से प्रयोग किया था। संयुक्त सुलह आवेदन सामने आने के बाद उच्च न्यायालय ने आज केजरीवाल तथा चार अन्य आप नेताओं के खिलाफ दोनों मानहानि वाद बंद कर दिये जबकि निचली अदालत ने आपराधिक मानहानि मामले में मुख्यमंत्री तथा अन्य को बरी कर दिया। बागी आप नेता विश्वास के खिलाफ कार्यवाही खत्म नहीं हुई है क्योंकि उन्होंने केजरीवाल की तरह माफी नहीं मांगी।

अदालत ने जेटली के वकील से कहा कि आज के आदेश के बारे में विश्वास को जानकारी दी जाए जो सुनवाई के दौरान न तो व्यक्तिगत रूप से मौजूद थे और ना ही उनके अधिवक्ता उपस्थित थे। अदालत ने कहा कि अगर26 अप्रैल को सुनवाई की अगली तारीख पर उनकी तरफ से कोई पेश नहीं हुआ तो अदालत उनके खिलाफ कार्यवाही आगे बढाएगी।
संयुक्त आवेदन के अनुसार, केजरीवाल, चड्ढा, सिंह, आशुतोष और बाजपेयी ने डीडीसीए में कथित अनियमितताओं के संबंध में जेटली के खिलाफ अपने बयानों के लिए माफी मांगी है।

केजरीवाल ने जिरह के दौरान जेटली के खिलाफ जेठमलानी द्वारा आपत्तिजनक शब्दों के प्रयोग पर भी माफी मांगी। उच्च न्यायालय में सुनवाई के दौरान केजरीवाल की ओर से पेश हुए वकील अनुपम श्रीवास्तव ने अदालत को बताया कि मामला सुलझ गया है और जेटली ने‘ आप’ नेता की माफी स्वीकार कर ली है। जेटली की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव नैयर और माणिक डोगरा ने भी कहा कि दोनों पक्षों ने मामला सुलझा लिया है। आपराधिक मानहानि मामले में अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल ने संयुक्त आवेदन पर विचार किया। डीडीसीए विवाद के संबंध में मानहानिकारक टिप्पणियां करने पर आप संयोजक केजरीवाल द्वारा भाजपा नेता जेटली से माफी मांगने के बाद यह संयुक्त आवेदन दायर किया था।