Haryana News: हरियाणा सिविल सेवा यानी एचसीएस अधिकारी डॉ ऋचा सिंह को उनके अनुरोध पर प्रतिनियुक्ति के तहत केंद्र शासित प्रदेश में शामिल होने के लगभग 8 महीने बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने उन्हें मूल राज्य हरियाणा भेज दिया है। अधिकारी ने अनुरोध के पीछे की वजह पारिवारिक कारणों को बताया था, जिसे स्वीकार कर लिया गया।

दरअसल, चंडीगढ़ प्रशासन ने एक आदेश में कहा कि प्रशासक, यूटी चंडीगढ़ , डॉ. ऋचा, एचसीएस, रजिस्ट्रार सहकारी समितियां, यूटी चंडीगढ़ को 15.09.2025 से चंडीगढ़ प्रशासन से कार्यमुक्त किया गया है, जिससे वे अपने मूल राज्य हरियाणा के प्रशासन में शामिल हो सकें।

आज की बड़ी खबरें

क्या रहा हरियाणा जाने का कारण?

इस मामले में जब डॉ. ऋचा से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह “पारिवारिक कारणों” से वापस जा रही हैं। सूत्रों के अनुसार उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन को पत्र लिखकर उन्हें उनके मूल राज्य हरियाणा वापस भेजने का अनुरोध किया है।

यह भी पढ़ें: वित्त मंत्रालय के डिप्टी सचिव को BMW से टक्कर मारने की आरोपी महिला हिरासत में…

कई अहम पदों पर रहीं है ऋचा सिंह

बता दें कि ऋचा सिंह उच्च शिक्षा विभाग में अतिरिक्त निदेशक, शहरी नियोजन एवं मेट्रो एवं आवास विभाग में संयुक्त सचिव के पद पर कार्यरत थीं। उन्हें सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार के अलावा खाद्य एवं आपूर्ति, उपभोक्ता मामले एवं विधिक माप विज्ञान विभाग में निदेशक और खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में संयुक्त सचिव का कार्यभार भी सौंपा गया था।

यह भी पढ़ें: बर्खास्त IAS पूजा खेड़कर के घर से बरामद हुआ ‘अगवा’ ट्रक चालक, माँ को मिला समन

अब कौन लेगा ऋचा सिंह की जगह?

गौरतलब है कि हरियाणा सरकार ने चंडीगढ़ प्रशासन को प्रतिनियुक्ति के लिए एचसीएस अधिकारियों का एक नया पैनल भेजा है। पैनल जिस अधिकारी का चयन करेगा, वह ऋचा की जगह लेगा। पैनल में एचसीएस अधिकारी भूपिंदर सिंह, इंद्रजीत सिंह और कमलप्रीत कौर शामिल हैं।

कमलप्रीत कौर 2011 बैच की अधिकारी हैं, जबकि भूपिंदर सिंह और इंद्रजीत सिंह दोनों 2016 बैच के हैं। प्रतिनियुक्ति के लिए नाम तय होने के बाद, इसे अंतिम मंज़ूरी के लिए चंडीगढ़ प्रशासक के पास भेजा जाएगा। किसी अधिकारी का नाम उसके कार्य अनुभव और प्रशासनिक योग्यता के आधार पर तय किया जाता है।

यह भी पढ़ें: केरल में आरएसएस से जुड़े ‘केसरी में प्रकाशित लेख पर चर्च ने जताई आपत्ति