हरियाणा के बल्लभगढ़ में निकिता की सरेआम सड़क पर गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के 20 घंटे बाद दोनों आरोपी तौसीफ और रेहान को गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने कहा कि हरियाणा खुद में सक्षम है और उसे ऐसी मिसाल पेश करनी चाहिए कि आशिक इश्क करना भूल जाए। बता दें कि हरियाणा सरकार ने मामले की जांच करने के लिए एसआईटी का गठन किया है।

सिंह ने एक टीवी कार्यक्रम में कहा, ‘पुलिस का काम प्रत्यक्षदर्शी मूकदर्शक बनकर देखना नहीं है। घटना न भी हुई हो तो संभावना के आधार पर पुलिस को आक्रामक रुख अपनाना चाहिए। इसमें सारे तत्व ऐसे थे कि कालांतर में स्थिति विस्फोटक हो सकती थी। इनके पास जो हथियार थे पता नहीं नाजायाज थे या जायज थे। इस समय न केवल इनकी बल्कि जिसकी कार का इस्तेमाल हुई उसकी भी गिरफ्तारी होनी चाहिए। कार्रवाई ऐसी होनी चाहिए थी कि ये तबाह हो जाते और भूल जाते कि राजनैतिक रुसूख क्या होता है। बार-बार समझौता और बार बार आक्रमण करना दिखाता है कि उनपर वांछित अंकुश नहीं था। मैं उम्मीद करता हूं हरियाणा मिसाल पेश करे और ऐसी कार्रवाई करे कि आशिक इश्क करना भूल जाए।’

रिपोर्ट्स के मुताबिक तौसीफ और निकिता के परिवार के बीच पहले भी विवाद हुआ था। तौसीफ निकिता से शादी करना चाहता था। विवाद का निपटारा थाने में हो गया था। पीड़िता के परिवार का कहना है कि तौसीफ का पॉलिटिकल कनेक्शन है इसलिए दुश्मनी नहीं लेना चाहते थे। मर्डर वाले वीडियो में साफ नजर आता है कि तौसीफ पहले निकिता को अगवा करने की कोशिश करता है लेकिन उसके विरोध करने पर गोली मार देता है। सरेआम ऐसी घटना पर हरियाणा पुलिस के ऊपर भी सवाल उठ रहे हैं। पीड़िता के परिवार ने आरोपियों के एनकाउंटर की मांग की है।

निकिता के पिता ने बताया, ‘हमने पहले इन लोगों के खिलाफ शिकायत की थी जो कि हमारी बेटी को परेशान करते थे। आरोपी ने पहले बेटी को गाड़ी में बैठाने की कोशिश की और फिर गोली मार दी।’ मामले में लव जिहाद का भी ऐंगल निकलकर सामने आ रहा है। मृतका के भाई ने एक चैनल से संवाद करते हुए कहा था कि आरोपी उसकी बहन को पहले से जानता था। वह उसका धर्म बदलवाना चाहता था।