हरियाणा में आम आदमी पार्टी द्वारा भाजपा का विरोध करने के लिए अपनाया गया ‘दांव’ उल्टा पड़ गया। गुड़गांव में 25,000 रुपए की गाय के सहारे ‘एंटी कम्युनल’ विरोध का इरादा रखने वाली पार्टी को शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है। दरअसल, AAP ने रविवार को हरियाणा के मंत्री राव नरबीर सिंह के घर के बाहर एक गाय बांधने की योजना बनाई थी, ताकि देश भर में गौ-रक्षा को लेकर भाजपा की कथित विभाजनकारी राजनीति को सामने लाया जा सके। मगर सिंह के घर के बाहर गाय बांधे जाने के कुछ ही मिनटों बाद, उनका स्टाफ आया और गाय को भीतर लेकर चला गया। बाद में गाय को मंत्री के फॉर्महाउस पर पहुंचा दिया गया। AAP की मंशा ये थी कि गाय हरियाणा के सभी मंत्रियों के घर के बाहर गायें बांधी जाएंगी और उन्हें उनकी सेवा करने पर मजबूर किया जाएगा। मगर इस वाकये के बाद पार्टी का प्लान अधर में है। पार्टी के लिए शर्मिंदगी की बात यह रही कि वह गाय पार्टी के एक कार्यकर्ता की ही निकली।
मंत्री के निजी सहायक लक्ष्मी नारायण यादव ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया, ”हमने रविवार शाम गाय को दुहा और उसे फॉर्महाउस शिफ्ट कर दिया। हम गाय का बेहतर ख्याल रख रहे हैं। कुछ लोगों ने रविवार शाम दो बार हमसे गाय को वापस लौटाने के लिए कहा लेकिन हमने मना कर दिया क्योंकि गाय को मंत्रीजी के दरवाजे पर छोड़ दिया गया था।” AAP ने पहले छुट्टा गायों को प्रदर्शन के लिए इस्तेमाल करने की योजना बनाई थी, मगर ऐसा नहीं किया। पार्टी को डर था कि अगर कोई गायों का मालिक होने का दावा करता है तो भाजपा सदस्य उन्हें पुलिस केस में फंसा सकते हैं। मंत्री के दरवाजे पर छोड़ी गई गाय के मालिक, AAP सदस्य राजपाल भदाना ने कहा कि उन्होंने शुरुआत में मंत्री के स्टाफ से गाय लौटाने को कहा था, मगर अब उन्होंने यह विचार त्याग दिया है। उन्होंने कहा, ”गाय पार्टी की है और मैं इसे वापस नहीं मांगूंगा।” भदाना के पास अब सिर्फ एक गाय बची है। AAP प्रवक्ता आरएस राठी ने कहा कि पार्टी के वॉलंटियर्स पर इसपर नजर रखेंगे कि गाय को कैसे रखा जा रहा है।