हरियाणा सरकार ने मई 2021 में बाबा रामदेव की दिव्य फार्मेसी से दो करोड़ 72 लाख 50 हजार रुपये की एक लाख कोरोनिल किट खरीदे थे। किट खरीदे जाने की घोषणा राज्य के मंत्री अनिल विज ने अपने टि्वटर हैंडल पर भी की थी। अब एक आरटीआई में पता चला है कि राज्य सरकार के पास इस कोरोनोल किट के प्रयोग से ठीक होने वाले लोगों का कोई डाटा और रिकॉर्ड नहीं है।

पानीपत के आरटीआई एक्टिविस्ट पीपी कपूर ने 28 मई 2021 को हरियाणा के आयुष विभाग निदेशालय से आरटीआई के तहत यह जानकारी मांगी थी। 3 अगस्त 2021 को मिले उत्तर में कपूर को पता चला कि राज्य में खरीदी गई कोरोनिल किट से ठीक होने वालों की जानकारी विभाग के पास नहीं है। यहां तक कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज में कोरोनिल किट के उपयोग होने, टेस्ट व जांच संबंधी रिपोर्ट भी आयुष विभाग के पास उपलब्ध नहीं है।

RTI के तहत दी गई कोरोनिल से संबंधित जानकारी।

आरटीआई के जवाब में आए दस्तावेजों में से एक में यह स्पष्ट रूप से लिखा है कि यह खरीद राज्य के सीएम के प्रस्ताव के बाद की गई है। हरियाणा मेडिकल सर्विसेस कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचएमएससीएल) के पत्र के अनुसार दिव्य फार्मेसी से 50 प्रतिशत छूट के साथ यह किट खरीदे जाने का प्रस्ताव दिया गया था।

इसके बाद आयुष विभाग ने एक लाख कोरोनिल किट्स योग गुरु रामदेव की दिव्या फार्मेसी से खरीदने की रिपोर्ट बना दी। राज्य के वित्त विभाग के अनुमोदन के बाद यह खरीद की गई।

इसके लिए सरकार ने कोरोना रिलीफ फंड से 2,72,50,000/- रुपये जारी किए थे। दिव्य फार्मेसी ने 545 रुपए में बिकने वाली प्रति किट पर राज्य सरकार को 50 फीसदी छूट भी दी थी।