हरियाणा में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए सरकार ने मंगलवार को 103 अधिकारियों के ट्रांसफर कर दिए। इसमें 12 IAS और 11 IPS के अलावा 67 HCS और 13 HPS अधिकारी भी शामिल हैं। यह बदलाव तत्काल प्रभाव से लागू होंगे। खास बात ये है कि बिजली, परिवहन और श्रम मंत्री अनिल विज की नाराजगी के बाद अंबाला की एएसपी सृष्टि गुप्ता और एचसीएस अधिकारी वीरेंद्र सिंह सहरावत का भी तबादला कर दिया गया है।
सरकार ने ASP सृष्टि गुप्ता और वीरेंद्र सिंह सहरावत को अंबाला से हटाकर एडिशनल लेबर कमिश्नर और हरियाणा ट्रेडर्स वेलफेयर बोर्ड का सेक्रेटरी बना दिया है। वहीं सरकार ने ट्रांसपोर्ट कमिश्नर सीजी रजनीकांतन को बदल दिया है। उनकी जगह पर दुष्मांता कुमार बेहरा को तैनात किया गया है। अनिल विज ने आरोप लगाए थे कि अंबाला के कुछ अधिकारियों ने उन्हें चुनाव हराने के लिए साजिश की थी।
भाजपा की राज्यसभा सांसद किरण चौधरी का फोन न उठाने वाले SDM का भी तबादला किया गया है। SDM सुरेश कुमार बाढड़ा में तैनात थे। दो हफ्ते पहले उन्होंने सांसद का फोन नहीं उठाया तो किरण चौधरी सीधे दफ्तर पहुंच गईं थी और फटकार लगाई थी।
इन आईएएस-आईपीएस ऑफिसर की बदली ज़िम्मेदारी
महत्वपूर्ण पदों की बात करें तो IAS विनय प्रताप सिंह को एक्साइज एंड टेक्सेशन कमिश्नर लगाया गया है। हर्षित कुमार को सोनीपत नगर निगम का कमिश्नर लगाया गया है। CMO में तैनात IAS सुधीर राजपाल को महिला एवं बाल कल्याण विभाग के ACS का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। वहीं IPS ट्रांसफर लिस्ट में पंकज नैन को मुख्यमंत्री ऑफिस में स्पेशल अफसर नियुक्त किया गया है।
‘वह अपने रथ से कभी नीचे नहीं उतरते’, हरियाणा के भाजपा मंत्री अनिल विज ने सीएम सैनी पर साधा निशाना
हरियाणा सरकार ने प्रमोट हुए 11 IPS की जिम्मेदारी में फेरबदल किया है। 2007 बैच के आईपीएस पंकज नैन अब डीआईजी से आईजी प्रमोट हो गए हैं। उन्हें सीएमओ में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का स्पेशल अफसर (कम्युनिटी एंड आउटरीच) लगाया गया है।
चुनाव की घोषणा से पहले जारी हुई लिस्ट
इस ट्रांसफर लिस्ट को चुनाव की घोषणा के बाद जारी करने के सवाल पर सीएम के मीडिया सचिव प्रवीण आत्रेय ने बताया कि ये ट्रांसफर लिस्ट आचार संहिता के ऐलान से पहले ही जारी कर दी गई थी। इसके अलावा निकाय चुनाव की आचार संहिता पूरे प्रदेश में नहीं लगती है, यह वहीं लागू होती है, जहां निकाय चुनाव होने होते हैं।
इससे पहले मंत्री विज ने सरकारी अधिकारियों द्वारा उनके आदेशों का पालन नहीं किए जाने पर निराशा व्यक्त की थी और कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो वह किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल की तरह आमरण अनशन करने के लिए तैयार हैं। जिसके कुछ घंटों बाद सरकार ने अंबाला के डिप्टी कमिश्नर पार्थ गुप्ता का तबादला कर दिया। उन्हें पड़ोसी जिले यमुनानगर में भेज दिया गया और उनकी जगह अजय सिंह तोमर को नियुक्त किया गया। विज के इस आरोप के बारे में पूछे जाने पर कि अधिकारी उनकी बात नहीं सुन रहे हैं सीएम सैनी ने रोहतक में संवाददाताओं से कहा था कि अनिल विज हमारे नेता हैं।
अनिल विज ने इससे पहले यह भी आरोप लगाया था कि चुनाव के दौरान पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने उनकी हार सुनिश्चित करने की कोशिश की और यहां तक कि उन पर हमला भी करवाया। पढ़ें- CM सैनी के बाद हरियाणा BJP अध्यक्ष बड़ौली पर फायर हुए अनिल विज