सुषमा स्वराज, देश की पहली पूर्णकालिक महिला विदेश मंत्री। दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री। सदन की पहली महिला विपक्ष। किसी राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता और बीजेपी की पहली महिला सीएम। इनके अलावा हजारों कीर्तिमान, लेकिन शायद उन्होंने भी मंगलवार को पूरे दिन में कभी नहीं सोचा होगा कि बस चंद पल ही बचे हैं मेरे जीवन में। शायद उस वक्त भी नहीं, जब उन्होंने आर्टिकल 370 को लेकर आखिरी ट्वीट किया। शायद यह भी नहीं सोचा होगा कि फलां शख्स से आज मेरी आखिरी बार बात हो रही है।
शायद तभी उन्होंने हरीश साल्वे से यह कह दिया कि कल (बुधवार 7 अगस्त) को आपकी वह एक रुपए की फीस दे दूंगी, जिसके एवज में आपने कुलभूषण जाधव के लिए इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में कानूनी लड़ाई लड़ी। हालांकि, अब वह एक रुपया देने के लिए सुषमा स्वराज हमारे बीच नहीं रहीं। और शायद…इसी के साथ बहुत कुछ पीछे छूट गया सुषमा स्वराज के चले जाने से…
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वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने कहा- “सुषमा स्वराज जी मेरे लिए एक बड़ी बहन जैसी थीं। मैं उनके निधन की खबर सुनकर स्तब्ध रह गया। रात 8:45 बजे मेरी उनसे बात हुई थी। उसने कहा ‘आपको जाधव मामले के लिए एक रुपए की अपनी फीस लेनी होगी। ‘ सिर्फ 10 मिनट के बाद, उन्हें कार्डिएक अरेस्ट हो गया।”
यह है मामला: पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव के मामले की सुनवाई इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में होनी थी। इसके लिए हरीश साल्वे आगे आए थे। उन्होंने महज एक रुपए फीस लेकर कुलभूषण का केस लड़ा और फैसला भारत के पक्ष में लाने में अहम भूमिका निभाई थी।
सुषमा जी ने कहा- कल ले लेना एक रुपया: हरीश साल्वे का दावा है कि उन्होंने मंगलवार रात 8:50 बजे सुषमा स्वराज से आखिरी बार बात की थी। हरीश ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, ‘‘मैंने सुषमा स्वराज जी से रात 8:50 बजे बात की थी। उन्होंने कहा था कि कल मैं कुलभूषण जाधव केस की फीस एक रुपया आपको दे दूंगी।’’ कहा जाता है कि इस केस में सुषमा स्वराज ने भी काफी मेहनत की थी।
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सोशल मीडिया पर लोगों ने कही यह बात: हरीश साल्वे की इस बात की जानकारी लोगों को मिली तो वे भावुक हो गए। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना दुख व्यक्त किया। एक यूजर ने ट्विटर पर लिखा है कि अपने आखिरी वक्त में भी सुषमा स्वराज को एक रुपए के कर्ज की चिंता थी। वहीं, कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा कि उन्हें अब भी इस खबर पर विश्वास नहीं हो रहा है।

