प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक इंटरव्यू में पकौड़े की दुकान लगाने को रोजगार बताने के बाद से ही यह मामला खबरों में बना हुआ है। सोशल मीडिया पर बहुत से लोग पीएम मोदी को उनकी इस टिप्पणी की वजह से घेर रहे हैं। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने भी पीएम पर उनकी पकौड़े वाली बात को लेकर हमला बोला है। पटेल ने ट्वीट करते हुए पीएम मोदी को चायवाला कहा है। उन्होंने लिखा, ‘बेरोजगार युवाओं को पकौड़े का ठेला लगाने का सुझाव एक चायवाला ही दे सकता है। अर्थशास्त्री ऐसा सुझाव नहीं देता।’
दरअसल शुक्रवार (19 जनवरी) को पीएम मोदी ने जी टीवी को साल 2018 का अपना पहला इंटरव्यू दिया। इस दौरान एंकर सुधीर चौधरी ने सरकार द्वारा किए गए रोजगार के अवसर पैदा करने के वादे के मामले पर पीएम मोदी से सवाल किया तब उन्होंने कहा कि अगर जी टीवी के बाहर कोई व्यक्ति पकौड़े की दुकान लगाता है तो क्या वह रोजगार होगा या नहीं? पीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने रोजगार के अवसर पैदा करने का काम किया और लोगों को आर्थिक मदद भी दी।
बेरोज़गार युवा को पकौडे का ठेला लगाने का सुझाव एक चायवाला ही दे सकता है, अर्थशास्त्री एसा सुझाव नहीं देता !!!!
— Hardik Patel (@HardikPatel_) January 22, 2018
क्या ये पकोरे बेचने बाले का अपमान नहीं है? क्या पकोरे बेचना निम्न कर्म है?
— sanjeev jha (@sanjeevjha17) January 22, 2018
So what's wrong in that????
— CHIRAG PARMAR (@CHIRAGP72756905) January 22, 2018
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री बीमा योजना बनाई गई, जिसके तहत बिना किसी बैंक गारंटी के तहत लोगों को रोजगार के लिए पैसे दिए जा रहे हैं और अभी तक करीब 10 करोड़ लोगों को 4 लाख रुपए दिया जा चुका है। इन पैसों से लोग अपना व्यवसाय तो कर ही रहे हैं और साथ ही साथ दूसरे लोगों को रोजगार देने का काम भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर इन पैसों से कोई व्यक्ति एक दुकान खोलता है तो वह खुद तो रोजगार पाता ही है और दूसरे व्यक्ति को भी रोजगार देता है, क्या इसको रोजगार नहीं माना जाएगा? पीएम मोदी ने कहा कि देश में छोटे से छोटा व्यवसाय करने वाला व्यक्ति भी रोजगार के अवसर पैदा कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘अगर जी टीवी के बाहर कोई व्यक्ति पकौड़े की दुकान लगाता है और रोज वह 200 रुपए कमाकर घर जाता है तो आप उसे रोजगार कहेंगे कि नहीं?’