हल्द्वानी में एक मदरसे पर बुलडोजर चलाने गई पुलिस टीम पर हमला और बनभूलपुरा थाने पर हुई हिंसा के बाद अभी-भी जिले में कर्फ्यू लागू है। चप्पे चप्पे पर सुरक्षाबल तैनात है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उपद्रवियों के खिलाफ सख्त-से-सख्त एक्शन लेने का आदेश दे रखा है। अब सवाल यह उठता है कि आखिर यह मामला इतना बड़ा कैसे बना, पुलिस जिस मदरसे पर बुलडोजर चलाने गई थी, वह अवैध था या नहीं। इस पूरे मसले का सत्य क्या है, इसे समझना अहम है।

सवाल: अवैध या वैध थी हल्द्वानी की वह मस्जिद?

बनभूलपुरा नाम की जगह पर एक मलिक का बगीचा है। यहां बनी इस मस्जिद को 30 जनवरी को तोड़ने गई नगर निगम टीम को लोगों ने 2007 का कोर्ट का आदेश दिखाकर रोक दिया था। इसमें निपटारे के आदेश दिए गए थे। नगर निगम की कार्रवाई से डरे लोग हाई कोर्ट गए और कोर्ट ने मदरसा गिराने के फैसले पर रोक लगाने से इनकार किया। इसके चलते इस मस्जिद या मदरसे को 8 फरवरी को ढहा दिया गया।

सवाल: कोर्ट का क्या है आदेश?

डीएम वंदना सिंह का कहना है कि यह मस्जिद सरकारी जमीन पर बनी है, जिसमें कहीं भी धार्मिक संरचना होने का जिक्र नहीं है। इस मामले में साफिया मलिक नाम की याचिकाकर्ता द्वारा कहा गया कि यह जमीन 1937 ले लीज पर है और मलिक परिवार को इन्हेरिटेंस में मिली है। लीज रिन्यू करने की याचिका नगर निगम के पास लंबित है। हालांकि अभी तक कोर्ट ने इस मामले में कोई राहत नहीं दी है। अगली सुनवाई 14 फरवरी को होनी है।

सवाल: कैसे भड़की हिंसा?

हिंसा भड़कने के सवाल पर डीएम वंदना सिंह ने कहा कि कार्रवाई करते समय हमारी टीम ने किसी को नहीं उकसाया था लेकिन आधे घंटे के अंदर ही वहां भीड़ इकट्ठा हो गई, जो कि प्लानिंग को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि कुछ ही समय में उन पर पत्थरबाजी हुई और फिर पेट्रोल बम बरसाए जाने लगे।

सवाल: क्या प्रायोजित थी हिंसा?

डीएम ने कहा कि सब कुछ प्लानिंग के तहत किया गया था। उन्होंने तय किया था कि जब डिमोलिशन की कार्रवाई होगी, तो हम अटैक करेंगे और फिर पुलिस को डिमोरलाइज करने का प्रयास करेंगे।

सवाल: कौन है घटना का मास्टरमाइंड?

वैसे तो हल्द्वानी हिंसा को लेकर 16 नामजद और 5,000 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। पुलिस ने तीन FIR दर्ज की है। अभी तक की जांच में घटना का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक माना जा रहा है। जिस जगह पर पुलिस अतिक्रमण हटाने गई थी, वह इसी अब्दुल मलिक के नाम पर है।

सवाल: अब कैसी है हल्द्वानी की स्थिति?

फिलहाल हल्द्वानी में अभी-भी तनावपूर्ण स्थिति है। 48 घंटे के बाद भी केवल जरूरी काम के लिए ही लोगों को निकलने की अनुमति दी जा रही है। शहर भर में सभी तरह के प्रतिष्ठान बंद हैं। आम लोगों के लिए सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं खुली हुई हैं। माना जा रहा है कि आज कर्फ्यू से लोगों को राहत मिल सकती है। हालांकि इंटरनेट की सुविधा कब शुरू होगी, इसको लेकर अभी भी स्थिति साफ नहीं है।