रेप के मामले में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को अब जेड प्लस की सुरक्षा दे दी गई है। राम रहीम इन दिनों 21 दिनों की फर्लो पर जेल से बाहर हैं। सरकार ने खालिस्तानियों से खतरा बताते हुए उनकी सुरक्षा को बढ़ाया है। सरकार ने सुरक्षा का आधार एडीजीपी सीआईडी की रिपोर्ट को बताया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गुरमीत राम रहीम को खालिस्तान समर्थक नुकसान पहुंचा सकते हैं, इसलिए उनकी सिक्योरिटी सख्त की जा रही है। गुरमीत राम रहीम 21 दिन के फर्लो पर बाहर है। उसने अपने परिवार से मिलने के लिए फर्लो की मांग की थी।

7 फरवरी से फर्लो पर बाहर: एडीजी सीआईडी की तरफ से रोहतक रेंज कमिश्नर को पत्र लिखा गया था कि गृह मंत्रालय से इनपुट मिले हैं कि राम रहीम को खालिस्तान समर्थित आतंकवादियों से खतरा है और पहले भी उसको धमकियां मिलती रही है। इसके बाद सरकार ने गुरमीत राम रहीम को जेड प्लस सुरक्षा देने का फैसला किया है। गुरमीत राम रहीम 7 फरवरी से फर्लो पर बाहर है। राम रहीम गुरु ग्राम स्थित अपने डेरे में परिवार के साथ रह रहा है।

दुष्कर्म और हत्या के मामले में दोषी: राम रहीम दुष्कर्म और हत्या के मामले में दोषी पाए जाने के बाद 2017 से रोहतक के सोनारिया जेल में बंद था। राम रहीम 21 दिन के फर्लो पर जेल से बहार है। वहीं विपक्ष के आरोपों पर हरियाणा सरकार ने कहा है कि बाकी कैदियों की तरह ही राम रहीम को भी उनके हक के आधार पर फर्लो मिला है।

सबसे उच्च स्तर की सुरक्षा: सरकार हमेशा महत्वपूर्ण और चर्चित लोगों की सुरक्षा की समीक्षा करती हैं और इस आधार पर सुरक्षा कवर प्रदान किया जाता है। भारत में एक्स, वाई, वाई प्लस, जेड और जेड प्लस सुरक्षा व्यवस्था है और इसमें सबसे ऊंचे स्तर की सुरक्षा व्यवस्था जेड प्लस सुरक्षा होती है। इसके बाद एसपीजी सुरक्षा होती है जो केवल प्रधानमंत्री और उनके परिवार के लिए होती है।

फर्लो के विरोध में सुनवाई टली: वहीं डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के फर्लो के विरोध में एक याचिका दायर की गई थी और उसमें फर्लो को रद्द करने की मांग की गई थी। हालांकि सूची में यह केस काफी नीचे होने की वजह से इसकी सुनवाई 23 फरवरी तक टल गई है, जिससे राम रहीम को थोड़ी राहत मिल गई है। राम रहीम की फर्लो अवधि भी 27 तारीख को समाप्त हो जाएगी। इसके पहले हाईकोर्ट के जस्टिस बीएस वालिया ने हरियाणा सरकार को नोटिस देकर जवाब मांगा था और फर्लो संबंधी रिकॉर्ड देने को कहा था।

पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले राम रहीम को फर्लो मिलने पर विपक्षी दलों ने भी सवाल खड़े किए थे और सरकार को घेरा था। गुरमीत राम रहीम के पंजाब में बड़ी संख्या में अनुयायी हैं और विपक्ष को आशंका थी कि गुरमीत राम रहीम के बाहर आने से पंजाब विधानसभा चुनाव की प्रभावित हो सकता था। ऐसा कहा जाता है कि डेरा सच्चा सौदा ने पंजाब में अकाली दल को अपने अनुयायियों से वोट करने की अपील की थी। पंजाब में रविवार को राज्य की सभी 117 सीटों पर वोट डाले गए।