गुजरात के सरसाना में आयोजित एक जॉब फेयर का उद्घाटन करते हुए, मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोग नौकरी की तलाश में गुजरात आते हैं क्योंकि उन्हें वहां रोजगार नहीं मिलता है। “राहुल गांधी के अमेठी निर्वाचन क्षेत्र के लोग यहां आते हैं, उन्हें वहां नौकरी मिलती है। गुजरात निवेश और इंडस्ट्रीज के मामले में अवसरों की भूमि है। इसे विश्व में निवेश की अच्छी जगह माना जाता है।” सीएम ने सभा में 10 युवाओं को अप्रेंटिसशिप अनुबंध पत्र दिए। आयोजन में सूरत और उत्तर गुजरात के लगभग 2,254 युवाओं को प्रशिक्षु पत्र दिए गए। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के अलावा राज्य के श्रम रोजगार मंत्री दिलीप कुमार ठाकोर भी मौजूद थे। कार्यक्रम दक्षिणी गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (SGCI) के प्लैटिनम हॉल में आयोजित किया गया था। उत्तर गुजरात, मध्य गुजरात और अन्य क्षेत्रों में विभिन्न स्थानों पर इसी तरह के रोजगार मेले आयोजित किए गए।
मेले में 54 कंपनियों के प्रतिनिधि मौजूद थे। लाभार्थियों का सालाना वेतन पैकेज 1 लाख रुपये से 8 लाख रुपये के बीच है। रुपाणी ने कहा कि सूरत जिले ने 27,900 युवाओं को नियुक्त करने के लिए साल के दौरान 40 नौकरी मेलों की व्यवस्था की है, जिनमें 11,000 प्रशिक्षुता योजनाओं के तहत शामिल हैं। 25 दिसंबर, जो (पूर्व प्रधानमंत्री) अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन है, इसे सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है। 26 दिसंबर को हमारी नई सरकार ने एक साल पूरा कर लिया है, इसके बाद हम अपने आगामी कार्यक्रमों और हमारे द्वारा किए गए कामों के साथ जनता के सामने आए हैं। गुजरात में पांच अलग-अलग जगहों पर आयोजित किए जा रहे नौकरी मेलों में 12,000 से अधिक युवाओं को नौकरी के प्रस्ताव दिए गए हैं।
उन्होंने कहा, “जब मैं युवा था, तो मैं गरीबी हटाओ, बेकारी हटओ, भ्रष्टाचार हटओ” जैसे नारे सुन रहा था। हमारे देश में आज तक केवल नारे लगाए गए। पहले के समय में, जवाहरलाल नेहरू ने कहा था, आराम हराम है’। तब लोगों ने कहा कि “आराम हराम है तो काम तो दीजिए, नारा दिया है तो अंजाम तो दीजिए”। हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं को नौकरी चाहने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बनाने के इरादे से ‘मेक इन इंडिया’, ‘स्किल इंडिया’, ‘स्टार्टअप इंडिया’ और ‘स्टैंडअप इंडिया’ शुरू किया।”

