गुजरात की पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता माया कोडनानी ने कोर्ट में अर्जी दी है कि पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह समेत 14 लोगों से गोधरा दंगे के समय नरोदा पाटिया इलाके में हुए दंगे के मामले में पूछताछ की जाए। इसके लिए कोडनानी द्वारा पिछले महीने कोर्ट में आवेदन दिया गया था। इसपर सुनवाई करते हुए गुरुवार को कोडनानी के वकील अमित पटेल से कोर्ट ने कहा कि पहले ये बताएं कि इन लोगों को समन जारी कर क्यों बुलाना चाहिए। आपके पास कुछ पुख्ता जानकारी है तो आप हमें बताएं। इसके साथ ही कोर्ट ने कहा कि आपकी याचिक इस मामले में कितनी उचित है। इस मामले की आगे की सुनवाई अगले सोमवार को होगी।

आपको बता दें कि नरोदा पाटिया दंगा मामले मे कोड़नानी अपना पक्ष साबित करना चाहती हैं, जिसके लिए वह इन सभी लोगों का बयान दर्ज करवाना चाहती हैं। पटेल ने कोर्ट से कहा कि वह सोमवार की सुनवाई में अपना पक्ष रखेंगे।  कोडनानी द्वारा कोर्ट में जमा कराए गए आवेदन के अनुसार अमित शाह के अलावा कोडनानी उन लोगों का बयान दर्ज कराना चाहती हैं जिनसे दंगों के समय उनकी मुलाकात हुई थी। कोडनानी का कहना है कि दंगों में उनका कोई हाथ नहीं है। कोडनानी का कहना है कि उनकी मुलाकात अमित शाह से विधानसभा और सोला सिविल अस्पताल में हुई थी और इन्हीं के साथ मेरी कई अन्य लोगों से भी मुलाकात हुई थी जिनका बयान इस मामले में दर्ज करना जरूरी है।

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गौरतलब है कि 2002 में नरोदा पाटिया इलाके में हुए दंगों में 97 लोगों की हत्या कर दी गई थी और इसमें 33 लोग घायल हो गए थे। कोडनानी पर आरोप लगे है कि इस दौरान उन्होंने हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व किया था, जिसने बाद में हिंसा का रूप ले लिया था। इस केस की सुनवाई 2009 में शुरु हुई थी। जुलाई 2014 में को़डनानी को गुजरात हाई कोर्ट से बेल मिल गई थी। कोडनानी समेत इस मामले में 82 लोगों को आरोपी ठहराया गया है। इन दंगों में मुस्लिम समुदाय के 11 लोगों की भी मौत हुई थी।