गुजरात की भारतीय जनता पार्टी सरकार के दो मंत्री विवादों से घिरते नजर आ रहे हैं। इन दोनों मंत्रियों को राज्य के बोटाद जिले की भाजपा इकाई द्वारा आयोजिक एक झाड़फूंक के कार्यक्रम में शामिल होने के वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार ये घटना शनिवार (10 जून) की है। घटना का वीडियो रविवार (11 जून) को सामने आया। रिपोर्ट के अनुसार ये कार्यक्रम बोटाद जिले की भाजपाई इकाई ने एक स्थानीय मंदिर में आयोजित किया था।

रिपोर्ट के अनुसार वीडियो में गुजरात के शिक्षा मंत्री और राजस्व मंत्री भूपेंद्र सिंह चूडासामा और स्थानीय विधायक और राज्य के सामाजिक न्याय मंत्री आत्माराम परमार दिख रहे हैं। वीडियो में ओझा संगीत की धून पर खुद को लोहे की जंजीर से ओझैती करते दिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि वीडियो में करीब 100 तांत्रिकों-ओझाओं को मंच पर मंत्रियों से हाथ मिलाते हुए देखा जा सकता है।

रिपोर्ट के अनुसार तर्कवादी जयंत पंड्या ने अंधविश्वास से जुड़े कार्यक्रम में प्रदेश के दो मंत्रियों के शामिल होने की शिकायत वो राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपानी से करेंगे। पंड्या “भारत जन विज्ञान जथा” नामक एनजीओ के संचालक हैं। पंड्या ने कहा कि अंधविश्वास को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम में मंत्रियों का शामिल होना शर्मनाक है और वो मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग करेंगे कि सरकारी पदाधिकारियों के ऐसे कार्यक्रमों में शामिल होने पर रोक लगायी जाए।

चूड़ासामा ने इस बात का खंडन किया कि वो अंधविश्वास को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम में शामिल हुए थे। रिपोर्ट् के अनुसार चूड़ासामा ने कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर अपने बचाव में पत्रकारों से कहा है कि वहां मौजूद लोग “दैवीय शक्ति के उपासक थे।”  वरिष्ठ भाजपा नेता चूड़ासामा साल 2015 में आनंदीबेन पटेल की सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए थे। आनंदीबेन के हटाए जाने के बाद भी चूड़ासामा मंत्री बने रहे, जबकि उनका नाम मुख्यमंत्री पद की दौड़ में भी शामिल बताया गया था। इससे पहले चूड़ासामा तब विवाद में आए थे जब खबर आई थी गुजरात के स्कूली किताबों में ईसा मसीह को शैतान बताया गया है।