अहमदाबाद नगर निगम (AMC) ने शहर के 372 स्कूलों में पढ़ रहे करीब 1.24 लाखों बच्चों के बाल मुफ्त काटने की योजना बनाई है। कहा जा रहा है कि यह सरकार के ‘स्वच्छ भारत’ मिशन का हिस्सा है। इस योजना के तहत महीने में एक बार शहर के सभी स्कूलों में पढ़ रहे छात्रों के बाल मुफ्त में काटने का ऑफर दिया जाएगा। छात्र अपनी सुविधा के अनुसार पसंद के बाल कटवा सकेंगे। छात्र अपने धार्मिक रीति रिवाजों के मुताबिक भी बाल कटा सकेंगे। AMC स्कूल बोर्ड ने इसके लिए पुणे के निजी ब्यूटी बोर्ड इंटरनेशनल स्कूल ऑफ एस्थेटिक एंड स्पा (ISAS) से एक साल लंबा करार किया है। करार के तहत ISAS अधिकारियों और स्कूल के प्रिंसिपल के साथ समन्वय बनाकर छात्रों के बाल काटने पर सहमत हो गया है। इसमें छात्रों के बाल उस दौरान काटे जाएंगे, जिस समय उनकी पढ़ाई प्रभावित ना हो।

करार में खास बात यह है कि इसमें धार्मिक रीति-रिवाजों को खासा महत्व दिया गया है। इसके मुताबिक जिन छात्रों को बाल कटवाने हैं उन्हें लिखित में अपने परिजनों से सहमति पत्र देना होगा। हालांकि ISAS ने भी आश्वासन दिया है कि छात्र-छात्राओं के बाल उनकी मर्जी के मुताबिक काटे जाएंगे। रिपोर्ट के मुताबिक लड़कियां स्कूल में बाल कटाने के लिए सहमत हो गई हैं, हालांकि इनकी संख्या लड़के के मुकाबले कम है.

AMC स्कूल बोर्ड के प्रशासनिक अधिकारी एलडी देसाई ने बताया कि इस पहल की शुरुआत स्वच्छता अभियान के तहत की गई है। स्कूल में पढ़ने वाले अधिकतर छात्र स्लम इलाकों में रहते हैं, हम उनकी सफाई का एक संदेश देना चाहते हैं। इनमें बहुत से छात्र ऐसे हैं जो महीने भर में अपने बाल कटाने में सक्षम नहीं हैं। हम उन्हें स्वच्छता के तहत बाल कटाने का ऑफर करेंगे।

इंडियन एक्सप्रेस ने ऐसे कुछ स्कूलों में जाकर पड़ताल की जहां स्कूलों के प्रिंसिपल ने बाल कटवाने के लिए छात्रों का रजिस्ट्रेशन किया है। रजिस्ट्रेशन के मुताबिक कम लड़कियों ने बाल कटाने का विकल्प चुना है। जबकि रिकॉर्ड के मुताबिक शहर के 372 स्कूलों में पढ़ रहे कुल छात्रों में लड़कियों की संख्या 51.9 फीसदी है।