गुजरात के आदिवासी विकास राज्‍य मंत्री कांति गामित के शराब को लेकर दिए गए बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है। गामित ने बुधवार को छोटा उदयपुर जिले में शाला प्रवेशोत्‍सव के दौरान बच्‍चों के माता-पिता से कहा कि शराब हद में रहकर पीएं। उन्‍होंने आंतरोली गांव के प्राइमरी स्‍कूल में सालाना शाला प्रवेशोत्‍सव में अपने भाषण के दौरान ऐसा कहा। गौरतलब है कि गुजरात में शराब पर प्रतिबंध है।

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गामित ने कहा, ”हमारे जैसे लोग जो ताड़ी पीते हैं वे घरों में झगड़ा करते हैं। यदि आप में से कोई पीता है तो उसे हद में रहकर पीना चाहिए। मैं यह नहीं कह रहा कि आपको शराब छोड़ देनी चाहिए। लेकिन हम आदिवासियों में पीने की कोई सीमा नहीं होती। एक बार जब हम पीने बैठ गए तो पूरा दिन बीता देते हैं। सभी पत्नियों को उन्‍हें प्‍यार से समझाना चाहिए। हां, अगर कोई शादी या त्‍योहार जैसा अवसर हो तो एक या दो गिलास ज्‍यादा पी सकते हैं। यह माना जा सकता है क्‍योंकि आप आदिवासी हैं। लेकिन यदि आप सुबह से शाम तक शराब पीएंगे तो आपको ध्‍यान रखना चाहिए।” आतंरोली काफी दूर-दराज का गांव है। यहां पर स्‍कूल में केवल एक ही अध्‍यापक है।

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