Gujarat Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने न्यूज-18 को दिए गए एक इंटरव्यू में बड़े ही बेबाक अंदाज में कहा कि भगवान कृष्ण की जमीन पर डुप्लीकेट मजार नहीं चलने देंगे। न्यूज चैनल को दिए गए इस इंटरव्यू में वो एंकर अमन चोपड़ा के एक सवाल के जवाब में कहते हैं कि भगवान कृष्ण की जमीन है वो भाई वहां डुप्लीकेट मजार नहीं चलने देंगे। आपको बता दें कि इसके पहले पिछले महीने (10 अक्टूबर 2022) बेट द्वारका में एक अवैध मस्जिद को जिला प्रशासन ने अतिक्रमण के चलते ढहा दिया था जिसके बाद से गुजरात में सियासी पारा चढ़ता हुआ दिखाई दिया।

बेट द्वारिका में जो कि भगवान कृष्ण की नगरी कही जाती है वहां पर देखते ही देखते कई अवैध मस्जिद, मजार, दरगाह और कई इमारतों के अतिक्रमणों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही थी। इसे देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने सरकार की जमीन को खाली करवाने के लिए अवैध अतिक्रमण पर सरकारी बुलडोजर चलवाया था। बुलडोजर एक्शन के बाद गुजरात सरकार की करोड़ों की सरकारी जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करवाया गया। राज्य के पर्यटन मंत्री पूर्णेश मोदी ने जिला प्रशासन के इस अभियान का समर्थन किया और आंकडों का हवाला देते हुए बताया कि श्रीकृष्ण की नगरी में विधर्मियों के धर्मस्थलों की संख्या तेजी से बढ़ी।

गुजरात सरकार (Gujarat Government) की 100 करोड़ से ज्यादा की जमीन मुक्त

भगवान द्वारिकाधीश की नगरी द्वारिका के पास बेट द्वारिका में अवैध निर्माण पर चले बुलडोजर के बाद से गुजरात चुनाव से पहले ही ये बड़ा मुद्दा बनता हुआ दिखाई दे रहा है। स्थानीय प्रशासन ने यहां पर लगभग 100 करोड़ की अवैध जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करवाया। ये टापू अरब सागर में मौजूद कच्छ खाड़ी में आता है। यहां पहुंचने के लिए हमें गुजरात के ओखा कस्बे से नाव का सहारा लेना पड़ता है। सुरक्षा के लहजे से ये एरिया बहुत ही संवेदनशील है।

गुजरात पुलिस (Gujarat Police) ने लिया एक्शन

इस इलाके के सुरक्षा की संवेदनशीलता को देखते हुए सरकार ने नौसेना और कोस्ट गार्ड के केंद्र भी यहीं पर बनाए हैं। ऐसे में इस इलाके में अचानक से कई सारी मजारों का बनना राज्य की सुरक्षा पर संकट का इशारा करती है। इस इलाके में पिछले कुछ सप्ताह के दौरान ही अचानक कई सारी मस्जिदें, मजारें और कई इमारतें बना दी गई थीं जिस पर सरकार ने बुलडोजर एक्शन लेते हुए पूरे इलाके को खाली करवा दिया। हालांकि जब ये अवैध इमारतें यहां बन रहीं थीं तब नेवी और कोस्ट गार्ड की भी जिम्मेदारी बनती थी कि वो इस तरह के अवैध निर्माण को रोकें लेकिन अब गुजरात पुलिस ने इसे सही तरीके खाली करवा दिया है।