गुजरात में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें दसवीं कक्षा के एक छात्र को गणित के एग्जाम में 50 में से 80 अंक मिले हैं। यह मामला गुजरात सेकेंडरी एंड हायर सेकेंडरी बोर्ड के एसएससी एग्जाम का है। हालांकि इसे छात्र की किस्मत ही कहा जा सकता है, क्योंकि गुजरात सेकेंडरी एंड हायर सेकेंडरी बोर्ड (GSHSEB) के एक अफसर का कहना है कि ‘एग्जामिनर ने छात्र को 50 में से कुल 8 अंक दिए थे, लेकिन लिखने में हुई गलती के कारण ये 8 नंबर 80 में तब्दील हो गए।’ गौरतलब है कि जीएसएचएसईबी में इस साल अध्यापकों की इस तरह की गलती के 3200 मामले सामने आए हैं। इसके चलते बोर्ड ने इन अध्यापकों को समन भी भेजा है।
बोर्ड के अनुसार, एसएससी कॉपियों की जांच के दौरान 10 अंकों या इससे ज्यादा के अंकों की गलती के मामले सामने आए हैं। खासकर HSC(साइंस) के पेपर में 657 अध्यापकों की गलतियां पायीं गई हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार, जहां एक-एक अंक छात्रों के करियर के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है, वहां अध्यापकों की इन गलतियों से बोर्ड की छवि धूमिल हुई है।
वहीं एक और अन्य गलती में बोर्ड के HSC के एग्जाम में 2 छात्रों को जहां 15 अंक अधिक दे दिए गए, वहीं एक छात्र को 13 अंक अधिक दे दिए गए। हैरानी की बात ये है कि ये गलती अंकों को जोड़ने में हुई। वहीं कॉपी जांचने के बाद 2 अन्य स्तरों पर भी ये गलतियां नहीं पकड़ी जा सकीं। एग्जामिनर के बाद ना मॉर्डरेटर द्वारा और ना ही कॉर्डिनेटर द्वारा ये गलतियां पकड़ी जा सकीं। बोर्ड के सचिव आर.एच जुनकिया के अनुसार, “यह गलतियों का एक दुर्लभ मामला है, जहां मॉडरेटर और कॉर्डिनेटर भी गलतियों को नहीं पकड़ सके। यह एक गंभीर गलती है और जिन अध्यापकों की यह गलतियां पकड़ी गई हैं, उनको समन भेजकर बुलाया गया है।”