गुजरात के गांधीनगर में हुए निकाय चुनाव में बीजेपी को बंपर जीत मिली है। बीजेपी को कुल 44 सीटों में से 41 पर जीत मिली है। इस चुनाव में कांग्रेस को दो सीटें ही मिली है। जबकि आम आदमी पार्टी को सिर्फ एक सीट से संतोष करना पड़ा है। गांधीनगर नगर निगम (जीएमसी) चुनाव के लिए रविवार को हुए वोटों की गिनती मंगलवार सुबह नौ बजे शुरू हुई।

तापी जिला पंचायत की करंजवेल सीट से भाजपा प्रत्याशी मधुबेन गामित ने कांग्रेस प्रत्याशी को हरा दिया है। यह सीट परंपरागत रूप से कांग्रेस पार्टी की थी। कांग्रेस विधायक पुनाजी गामित करंजवेल के रहने वाले हैं। वहीं जीएमसी के वार्ड नंबर 6 में बीजेपी ने तीन सीटें जीती हैं। चौथी सीट आप प्रत्याशी तुषार पारीख ने जीती। इस वार्ड क्रमांक 6 में दो सामान्य तथा दो आरक्षित सामान्य महिला सीटें हैं।

वोटिंग के बाद गुजरात राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि मतदान बिना किसी अप्रिय घटना के काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा। एसईसी के अनुमानित आंकड़ों के अनुसार लगभग 56.24 प्रतिशत वोटिंग हुई थी।

जीएमसी के 11 वार्डों की 44 सीटों के लिए कुल 162 उम्मीदवार मैदान में हैं। आम आदमी पार्टी के आने के साथ ही इस बार चुनाव त्रिकोणीय हो गया है। सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस ने जहां सभी 44 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, वहीं आप के 40 सीटों पर उम्मीदवार थे। अन्य उम्मीदवारों में बसपा के 14, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दो, अन्य दलों के छह और 11 निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं।

इस चुनाव के लिए कुल 2.82 लाख मतदाताओं को वोट डालने थे। जिसमें 1.45 लाख पुरुष और 1.36 लाख महिलाएं थीं। राज्य चुनाव आयोग ने कुल 284 मतदान केंद्र बनाए थे, जिनमें से 129 को संवेदनशील के रूप में चिह्नित किया गया था।

गुजरात में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में इस निकाय चुनाव को महत्वपूर्ण माना जा रहा था। सूरत निकाय चुनाव में जीत से उत्साहित आम आदमी पार्टी ने यहां पूरी ताकत झोक दी थी, लेकिन यहां उसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस के लिए भी ये चुनाव एक बड़े झटके से कम नहीं है।

बता दें कि 2016 के जीएमसी चुनावों में उस वक्त की 32 सीटों में से कांग्रेस और भाजपा दोनों ने 16-16 सीटें जीती थीं। तब दोनों पार्टियों के पास ड्रॉ के माध्यम से बोर्ड बनाने की संभावना थी, लेकिन आखिरी समय में, कांग्रेस पार्षद प्रवीण पटेल ने पाला बदल लिया और भाजपा यहां सत्ता में काबिज हो गई थी।