गुजरात के अहमदाबाद शहर के पालड़ी में डीआरआइ और एटीएस ने एक फ्लैट पर छापा मारकर 100 करोड़ रुपये का सोना, ज्वैलरी और कैश बरामद किया है। बताया जा रहा है कि कुल बरामदगी 100 करोड़ से ज्यादा की है जिसमें 87.9 किलो सोना, 19.6 किलो सोने-चांदी के आभूषण, 1.37 करोड़ रुपये कैश और 11 लग्ज़री घड़ियां शामिल हैं। यह पिछले कुछ सालों में जांच एजेंसियों द्वारा पकड़ी गई सोने की सबसे बड़ी खेपों में से एक मानी जा रही है।
एक फ्लैट से बरामद 88 किलो सोना, 19.6 किलो जेवरात और 1.3 करोड़ रुपये नकद के साथ यह मामला 100 करोड़ रुपये के अवैध लेन-देन तक जा पहुंचा है। गुजरात की एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) और डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) की टीम ने मिलकर इस सोने की बरामदगी की है।
विदेश से तस्करी कर लाया गया होगा सोना
शुरुआती जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि यह गोल्ड विदेश से तस्करी कर लाया गया होगा। वहीं इस मामले में जांच एजेंसी का शक ‘डब्बा ट्रेडिंग’ की ओर भी इशारा कर रहा है। डब्बा ट्रेडिंग शेयर बाजार की एक गैरकानूनी प्रैक्टिस है, जहां बिना किसी वास्तविक ट्रेडिंग के केवल कीमतों पर सट्टा लगाया जाता है। अब इस मामले में डीआरआई (राजस्व खुफिया निदेशालय) ने कस्टम्स एक्ट के तहत जांच शुरू कर दी है और तस्करी से जुड़े सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की जा रही है।
आरोपियों की बहन के घर भी जांच टीम ने मारा छापा
ईडी और एटीएस की टीमें लंबे समय से अहमदाबाद के बुकी महेंद्र शाह, उसके पुत्र मेघ शाह की गतिविधियों पर नजर रख रही थीं। जांच टीमों ने मेघ की बहन पम्मी शाह के घर पर भी छापा मारा है।
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सोमवार को पालड़ी के अविष्कार फ्लैट में उन्होंने छापा मारकर तलाशी ली तो लोहे के संदूक से 88 किलोग्राम सोना, करीब बीस किलोग्राम ज्वैलरी, दो करोड़ रुपये की नकदी और घडि़यां बरामद हुईं। पुलिस उप महानिरीक्षक सुनील जोशी ने बताया की छापेमारी करीब 22 घंटे चली। दोनों पिता-पुत्र लंबे समय से कालेधन को सफेद करने के काम में लगे थे। बीते पांच सालों से दोनों 50 कंपनियां बनाकर इस काम को कर रहे थे और इसके लिए वो लोगों से 15-20 प्रतिशत कमीशन लेते थे।
अहमदाबाद: रिश्तेदारों से चाबी लाकर घर का दरवाजा खोला गया
गुजरात एटीएस के डीआईजी सुनील जोशी ने बताया कि डिप्टी एसपी को खुफिया जानकारी मिली थी जिसके आधार पर हमने यह छापेमारी की थी। फ्लैट बंद होने की वजह से उनके संबंधियों से चाबी लाकर घर का दरवाजा खोला गया और डीआरआई की टीम के साथ मिलकर सामान जब्त किया गया। यह फ्लैट मेघ शाह ने किराए पर लिया था और उनके संबंधी इसी फ्लैट की चौथी मंजिल पर रहते हैं। गुजरात एटीएस ने मामले को डीआरआई को सौंप दिया है जो इस बात की जांच करेगी कि सोना, लग्जरी घड़ियां और कैश कैसे इकट्ठा किए गए। पढ़ें- देशभर के मौसम का हाल