उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक का नाम महाराष्ट्र में शिक्षक निर्वाचन की मतदाता सूची में है। वह लखनऊ से पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान करना चाहते हैं मगर इसकी सुविधा उन्हें नहीं मिल रही है। निर्वाचन अधिकारी ने तो पत्र लिखकर साफ मना कर दिया। इस पर राज्यपाल खफा हो गए और उन्होंने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कारण पूछा है। कहा है कि बताया जाए कि वोट देने के लिए उन्हें आगे क्या करना होगा।
यूपी के राज्यपाल राम नाईक महाराष्ट्र के निवासी हैं और उनका नाम वहां की मतदाता सूची में है। 25 जून को महाराष्ट्र में शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए उपचुनाव होना है। जिसमें वह वोट डालने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने निर्वाचन अधिकारी को पत्र भेजकर पोस्टल बैलेट उपलब्ध कराने की मांग की थी। मगर, निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि वह इस चुनाव में मताधिकार का प्रयोग नहीं कर सकते।

निर्वाचन अधिकारी का यह जवाब सुनकर राज्यपाल राम नाईक ने नाराजगी जाहिर की और कानूनी परामर्श लिया। पता चला कि राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, सैन्यकर्मी और चुनाव ड्यूटी पर लगे अफसर तथा कर्मचारी पोस्टल बैलेट से तैनाती स्थल से मतदान कर सकते हैं। इस पर राज्यपाल ने मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत को पत्र लिखकर डाक मतदान की सुविधा मांगी है। ताकि महाराष्ट्र विधान परिषद के मुंबई निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में मतदान कर सकें।राजस्थान पत्रिका की रिपोर्ट के मुताबिक राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि महाराष्ट्र विधान परिषद के मुंबई ग्रेजुएट व शिक्षक निर्वाचन चुनाव में वोट डालने के लिए वह उत्साहित हैं, अब तक हर चुनाव में मतदान किए हैं, इस नाते इस मौके पर भी चूकना नहीं चाहते।