प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कथित तौर पर बदनाम करने के आरोप में दर्ज एफआईआर से गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई का नाम हटा लिया गया है। शुक्रवार को यूपी पुलिस ने बताया कि एफआईआर से सुंदर पिचाई सहित गूगल के तीन शीर्ष अधिकारियों के नाम हटा लिए गए। मालूम हो कि पिछले सप्ताह यूपी के वाराणसी (काशी) में पिचाई और अन्य 17 लोगों के खिलाफ पीएम को बदनाम के आरोप में केस दर्ज किया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि एफआईआर यहां एक स्थानीय निवासी की शिकायत पर दर्ज की गई। इसमें आरोप लगाया कि शख्स के एक वीडियो पर आपत्ति दर्ज कराने के बाद उसके मोबाइल पर साढ़े आठ हजार से अधिक धमकी भरे कॉल आए। वीडियो सबसे पहले व्हाट्सएप पर शेयर किया गया और बाद में किसी ने इसे यूट्यूब पर अपलोड कर दिया।
उल्लेखनीय है कि छह फरवरी को भेलूपुर पुलिस स्टेशन में सुंदर पिचाई और 17 अन्य लोगों के खिलाफ पीएम मोदी के बदनाम करने के आरोप में केस दर्ज किया गया। जांच में शामिल एक अधिकारी ने बताया- घटनाक्रम की जांच के बाद पिचाई सहित गूगल के तीन शीर्ष अधिकारियों के नाम एफआईआर से हटा दिए गए। अधिकारियों में संजय कुमार गुप्ता सहित गूगल इंडिया के तीन अधिकारी शामिल थे। खबर लिखे जाने तक गूगल ने मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
बता दें कि एफआईआर में गाजीपुर के एक गायक का नाम भी शामिल है। आरोप है कि उसने ही ये वीडियो गीत बनाया था। वीडियो में पीएम के संबंध में देश बेचने सहित अन्य प्रकार की अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया गया। एफआईआर आईपीसी की धारा 120बी, 500, 504, 506 के तहत दर्ज की गई। इधर संबंधित अधिकारियों ने बताया कि एफआईआर से उसी दिन सुंदई सहित गूगल अधिकारियों के नाम हटा दिए गए थे जब मालूम चला कि इसमें वो शामिल नहीं थे।
