गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने मंगलवार (18 जुलाई) को कहा था कि वह राज्य में बीफ की कमी नहीं होने देंगे और इससे निपटने के लिए सरकार ने कर्नाटक से इसे आयात करने का विकल्प खुला रखा है। पर्रिकर के इस बयान पर अब विश्व हिंदू परिषद ने उनसे इस्तीफे की मांग की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक वीएचपी ने यह मांग उठाई है। पर्रिकर ने गोवा विधानसभा में कहा था, “हमने बेलगाम (कर्नाटक में) से मांस आयात करने का विकल्प बंद नहीं किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यहां कोई कमी नहीं हो।” पर्रिकर ने मांस आयात करने की बात भाजपा विधायक नीलेश कबराल के एक सवाल के जवाब पर कही। उन्होंने कहा, “मैं आपको भरोसा दे सकता हूं कि पड़ोसी राज्य से आने वाले बीफ की जांच उचित तरीके से और अधिकृत चिकित्सक द्वारा की जाएगी।”

पर्रिकर ने यह भी कहा था कि यहां से करीब 40 किलोमीटर दूर पोंडा स्थित गोवा मीट कांप्लेक्स में राज्य के एकमात्र वैध बूचड़खाने में रोजाना लगभग 2,000 किलोग्राम बीफ तैयार होता है। बता दें सोमवार (17 जुलाई) को अलीगढ़ में हुई एक सभा में वीएचपी के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने भी कहा था कि उनका संगठन गौरक्षकों को गौवध रोकने के लिए सभी जरूरी सामान मुहैया कराएगा। तोगड़िया ने देशभर में गौवध पर बैन लगाने की भी मांग उठाई।

गौरतलब है हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी ने गोरक्षा के नाम पर कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश राज्य सरकारों को दिए थे। पीएम की सख्त हिदायत के बाद प्रवीण तोगड़िया का यह बयान सामने आया है। वहीं पीएम मोदी ने यह भी कहा था कि गोरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा से देश की छवि खराब हो रही है। तोगड़िया ने गौरक्षकों को सामान मुहैया कराने की बात अलीगढ़ में एक सभा के दौरान कही। हालांकि उन्होंने इसे विस्तार से नहीं बताया कि वह किस तरह के गौरक्षकों को सामान से लैस करेंगे।