बीजेपी ने गोवा में मुख्यमंत्री चेहरे का ऐलान कर दिया है। एक बार फिर से प्रमोद सावंत पर भरोसा जताया गया है। विधायक दल की बैठक में आज ये निर्णय किया गया। केंद्रीय पर्यवेक्षकों नरेंद्र सिंह तोमर और एल मुरुगन की मौजूदगी में ये बैठक हुई थी। वो गोवा में दूसरी बार बीजेपी सरकार का नेतृत्व करेंगे। सावंत ने 2019 में मनोहर पर्रिकर की मृत्यु के बाद गोवा की बागडोर संभाली थी।
प्रमोद सांवत के पिता जिला पंचायत के सदस्य रहे थे। पिता के नक्शे कदम पर चलकर प्रमोद बचपन में ही संघ से जुड़ गए थे। हालांकि सक्रिय राजनीति में वो एक दशक पहले ही आए। पेशे से आयुर्वेद डॉक्टर सावंत ने पहला चुनाव सरकारी नौकरी को छोड़कर लड़ा था। 2008 में उन्होंने राजनीति में कदम रखा। संकेलिम सीट से वो पहली बार चुनाव मैदावन में उतरे थे। उस समय वो सरकारी अस्पताल में आयुर्वेद चिकित्सक थे। उस उपचुनाव में वह हार गए थे। लेकिन 2012 में जीत कर विधानसभा पहुंचे। 2017 में वो फिर से जीते और उनको विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया।
सावंत गोवा में बिचोलिम तालुका के एक गांव कोटोंबी के रहने वाले हैं। उनका जन्म अप्रैल 1973 को गोवा में हुआ था। उनकी पत्नी सुलक्षणा सावंत बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष हैं। वो गोवा विधानसभा के सबसे युवा स्पीकर थे। गोवा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद 19 मार्च 2019 को उन्होंने गोवा के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। फिलहाल वो संकेलिम विधानसभा सीट से विधायक हैं।
गौरतलब है कि भाजपा गोवा में 20 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है। पार्टी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन से राज्य में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। गोवा विधानसभा की 40 सीटों में भाजपा को 20 सीटों पर जीत मिली है। वो बहुमत से केवल एक सीट दूर रह गई। भाजपा ने 2017 की तुलना में अपने प्रदर्शन में सुधार किया है, जब पार्टी को 13 सीटों पर जीत मिली थी।