कांग्रेस द्वारा आरोप लगाया गया था कि गोवा के असगाओ में सिली सोल्स कैफे और बार केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी द्वारा चलाया जाता था। साथ ही आरोप लगाया गया था कि एक मृत व्यक्ति के नाम पर धोखाधड़ी से बार के लाइसेंस का नवीनीकरण किया था। वहीं अब एक स्थानीय परिवार जो प्रतिष्ठान का मालिक है, उन्होंने राज्य उत्पाद शुल्क को सूचित किया है कि संपत्ति विशेष रूप से इनका व्यवसाय है और इसमें कोई अन्य व्यक्ति शामिल नहीं है।

आबकारी आयुक्त द्वारा जारी एक कारण बताओ नोटिस का जवाब देते हुए मालिकों मेरलिन एंथोनी डी गामा और उनके बेटे डीन डी गामा ने यह भी कहा कि उन्होंने गोवा उत्पाद शुल्क अधिनियम के किसी भी प्रावधान का उल्लंघन में काम नहीं किया है। वकील एरेस रोड्रिग्स द्वारा दायर एक शिकायत पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि कैफे के शराब लाइसेंस को जून में एक एंथनी डी गामा के नाम पर नवीनीकृत किया गया था, जिसकी मई 2021 में मृत्यु हो गई थी। उसका मृत्यु प्रमाण पत्र बृहन्मुंबई नगर निगम द्वारा जारी किया गया था।

22 जून को जवाब में कहा गया कि 20 अगस्त 2021 से परिवार की ओर से पावर ऑफ अटॉर्नी रखने वाले मर्लिन और डीन ने शराब लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए आवेदन किया था, जो एंथनी के नाम पर था, और मृत्यु प्रमाणपत्र भी जमा किया था। इसमें कहा गया है कि डीन को एक अंडरटेकिंग देने के लिए कहा गया था कि लाइसेंस छह महीने के भीतर ट्रांसफर कर दिया जाएगा।

डी गामा परिवार ने कहा कि शिकायत और उन्हें जारी कारण बताओ नोटिस के कारण प्रतिवादी संख्या 1 जो 75 वर्ष से अधिक आयु का है,उसे तनाव, गंभीर मानसिक यातना और पीड़ा झेलना पड़ा है। साथ ही प्रतिवादी संख्या 2 जो एक जो एक छोटे बच्चे की देखभाल करते हैं, वह भी तनाव में हैं।

23 जुलाई को कांग्रेस नेताओं ने स्मृति ईरानी की बेटी द्वारा कथित रूप से चलाए जा रहे “अवैध रेस्तरां और बार” को लेकर उनके इस्तीफे की मांग की थी। बाद में उन्होंने एक कथित इंटरव्यू की एक वीडियो क्लिप का हवाला दिया जिसमें ईरानी की बेटी का “युवा उद्यमी” के रूप में साक्षात्कार किया गया था और सिली सोल्स कैफे एंड बार को उनके रेस्तरां के रूप में पेश किया गया था।