गोवा पुलिस ने शनिवार को उत्तरी गोवा के मापुसा में पार्किंग को लेकर कथित विवाद के बाद दिल्ली के तीन शूटरों (निशानेबाजी करने वाले) को धमकी देने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। पुलिस ने कहा कि निशानेबाज एक शूटिंग चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए गोवा में थे। कथित तौर पर आरोपियों ने तीनों का पीछा किया। इसके बाद घबराहट में शूटरों ने अपनी स्पोर्ट्स गन का इस्तेमाल फायर की आवाज निकालने के लिए किया।

होटल लौट रहे थे तीनों शूटर

पुलिस के अनुसार घटना शुक्रवार रात करीब 11.45 बजे हुई जब दिल्ली में शूटिंग अकादमी चलाने वाले 22 वर्षीय विशाल शौकीन और उनके दो छात्र (एक नाबालिग और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रथम वर्ष के छात्र) होटल लौट रहे थे। पुलिस ने कहा कि तीनों व्यक्ति किराए की कार में थे और रात के खाने के लिए करसवाड़ा के पास रुके, जहां उनकी दो लोगों से बहस हो गई। पुलिस ने कहा कि दो आरोपियों (शैलेश गदर और सौरभ) ने कथित तौर पर उनकी कार को ईंट से क्षतिग्रस्त कर दिया और उन्हें धमकी दी। पुलिस ने कहा कि शुरुआती बहस के बाद आरोपियों ने कथित तौर पर पीड़ितों का कुछ किलोमीटर तक पीछा किया।

पुलिस शिकायत में विशाल शौकीन ने कहा कि आरोपियों ने उन्हें गालियां दीं और उन्हें विकलांग कहकर अपमानित किया और उन्हें गलत तरीके से रोका। पुलिस ने कहा, “पीड़ितों में से एक शारीरिक विकलांगता से पीड़ित है।” एसपी उत्तरी गोवा अक्षत कौशल ने कहा कि तीनों निशानेबाज एक शूटिंग प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए गोवा आए थे।

उत्तराखंड: बेटे को क्रूज प्रोजेक्ट मिलने को लेकर निशाने पर आए सतपाल महाराज, कांग्रेस मांग रही इस्तीफा

एसपी उत्तरी गोवा अक्षत कौशल ने कहा, “पीड़ित घबरा गए और उन्होंने अपनी स्पोर्ट्स पिस्तौल से हवा में गोलीबारी की क्योंकि उन्हें खतरा महसूस हुआ। किसी हथियार का इस्तेमाल नहीं किया गया इसलिए कोई घायल नहीं हुआ। शिकायत के आधार पर हमने मामला दर्ज कर लिया है और एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी शैलेश एक हिस्ट्रीशीटर है और उसके खिलाफ हत्या के प्रयास के दो मामलों सहित सात मामले दर्ज हैं।”

पीड़ित ने सुनाई आपबीती

वहीं पीड़ित विशाल शौकीन ने मीडिया को बताया, “रात के खाने के बाद जब हम जा रहे थे, आरोपियों ने अपना स्कूटर कार के पीछे खड़ा कर दिया और रास्ता रोक दिया। मैंने खिड़कियां नीचे कर लीं और उनसे हमें रास्ता देने का अनुरोध किया, लेकिन आरोपी नशे में लग रहे थे और उसने अचानक कार के बोनट पर हमला किया और हमें ईंट से मारने की धमकी दी। जब मैं कार से बाहर निकला तो एक आरोपी ने मुझे थप्पड़ मार दिया। आरोपियों ने गालियां दीं और हमारी विकलांगता के बारे में अपमानजनक टिप्पणियां कीं। आरोपी ने 4-5 किमी तक हमारा पीछा किया और हम डर गए। जब आरोपियों ने हमारी कार को घेर लिया, तो हमें सुरक्षा कारणों से तेज आवाज करने के लिए एयर गन से खाली फायर करना पड़ा। बाद में हम होटल पहुंचे और पुलिस को सूचित किया।”