गोवा के भाजपा अध्यक्ष सदानंद सेठ तनवडे ने कहा कि तीन निर्दलीय विधायकों ने हमें समर्थन के लिए पत्र दिया है, इसलिए हम पूरे बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे। गोवा में भाजपा को 40 में से 20 सीटों पर अभी तक सफलता मिली है।
उग्रवाद प्रभावित मणिपुर में सत्ताधारी भाजपा गठबंधन सत्ता में वापसी करता दिख रहा है। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक भाजपा को 12 सीट पर जीत हासिल हुई है तथा 12 सीट पर वह बढ़त बनाए हुए है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के पी शरतचंद्र सिंह को 18,271 मतों के अंतर से पराजित कर दिया है। नीतीश कुमार के जनता दल (यू) को तीन सीट पर जीत हासिल हुई है और वह तीन सीट पर आगे चल रहा है।
कांग्रेस और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) को दो-दो सीट पर विजय हासिल हुई है, जबकि दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत दर्ज की है। कुकी पीपुल्स अलायंस को एक सीट पर जीत हासिल हुई, जबकि एक अन्य सीट पर वह आगे है। एनपीपी और नगा पीपुल्स फ्रंट पांच सीट पर आगे हैं। हालांकि इन दोनों दलों का चुनाव पूर्व भाजपा से गठबंधन नहीं था, लेकिन दोनों दल गठबंधन सरकार का हिस्सा रहे। कांग्रेस दो सीट पर आगे है। 60 सदस्यीय मणिपुर विधानसभा के लिए मतगणना सुबह आठ बजे से शुरू हुई।
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शाम चार बजकर तीन मिनट तक कुल 51 सीट से जुड़े परिणाम या रुझान उपलब्ध थे। भाजपा ने वर्ष 2017 में केवल 21 सीट जीतकर एनपीपी और एनपीएफ की मदद से सरकार बनाई थी। हालांकि भगवा दल ने बाद में अपनी संख्या बढ़ाकर 28 कर ली थी।
ऐसी है ताजा सियासी तस्वीरः
गोवाः
बीजेपी – 20
कांग्रेस+ 12
टीएमसी+ 3
आप+ 2
अन्य 3
Punjab Elections Results 2022 LIVE Updates
मणिपुरः
बीजेपी 32
कांग्रेस+ 4
एनपीपी 7
जेडीयू 7
अन्य 10
Goa and Manipur Election Results 2022 Live Updates : करीब-करीब सभी एग्जिट पोल्स में गोवा विधानसभा चुनाव 2022 में त्रिशंंकु विधानसभा की भविष्यवाणी की गई है। ऐसे में गोवा के अंदर नतीजों से पहले ही जोड़-तोड़ की राजनीति गर्म है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता विश्वजीत राणे ने बृहस्पतिवार को कहा कि गोवा की जनता ने ''सत्ता के भूखे बाहरी लोगों'' को नकार दिया है। राणे ने वालपई विधानसभा सीट से जीत हासिल की है जबकि उनकी पार्टी शाम तक कम से कम 20 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी थी। राणे ने यहां पत्रकारों से कहा, ''यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के समस्त नेताओं की जीत है, जिनमें हमारे राज्य के नेता भी शामिल हैं।''
मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता ओकराम इबोबी सिंह ने प्रदेश की थोउबल विधानसभा सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी तथा भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार एल बसंत सिंह को 2,543 मतों के अंतर से पराजित किया है। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री को 15,085 मत मिले जबकि भाजपा उम्मीदवार को 12,542 मत प्राप्त हुए। इस सीट पर शिवसेना के कोनसाम मिशेल सिंह तीसरे स्थान पर रहे और उन्हें 1,622 मत प्राप्त हुए। इसके अनुसार, कांग्रेस उम्मीदवार को 51 फीसदी मत प्राप्त हुए हैं जबकि भाजपा उम्मीदवार को 42.4 प्रतिशत मत मिले हैं।
गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार अमित पालेकर गुरुवार को कांग्रेस के हाथों विधानसभा चुनाव हार गए। कांग्रेस ने यह सीट भाजपा से झटक ली है। चुनाव आयोग द्वारा अब तक घोषित चुनाव परिणाम के अनुसार अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली पार्टी ने इस तटीय प्रदेश में एक सीट जीती है जबकि एक अन्य पर आगे चल रही है।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि गोवा में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत हासिल नहीं होने वाला है। हालांकि, शुरुआती रुझानों में राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनने की राह पर अग्रसर नजर आ रही है। अधिकारियों के मुताबिक, बृहस्पतिवार दोपहर तक भाजपा 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा की 19 सीटों पर आगे चल रही थी, जहां बहुमत का आंकड़ा 21 है। वहीं, महाराष्ट्र में शिवसेना की सहयोगी कांग्रेस 11, जबकि राज्य में उसकी सहयोगी गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) एक सीट पर बढ़त बनाए हुए है।
राउत ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि भाजपा मणिपुर में आगे चल रही है, लेकिन कांग्रेस भी इस उत्तर-पूर्वी राज्य में आगे बढ़ रही है। शिवसेना सांसद ने कहा, “गोवा में किसी को पूर्ण बहुमत नहीं हासिल होने वाला है। वहीं, उत्तर प्रदेश में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के नेतृत्व वाला गठबंधन कड़ी टक्कर दे रहा है, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अच्छा प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं। गोवा में 14 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव में शिवसेना ने 11 उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन ये सब पीछे चल रहे हैं। पार्टी ने उत्तर प्रदेश और मणिपुर की कई सीटों पर भी चुनाव लड़ा है।
साल 2017 के चुनाव में भाजपा को 21 सीट पर मिली थी, लेकिन दो स्थानीय दलों एनपीपी और एनपीएफ से हाथ मिलाकर उसने सरकारी बनायी। हालांकि, बाद में पार्टी के विधायकों की संख्या बढ़कर 28 हो गई।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने हीनगंग सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के पी. शरतचन्द्र सिंह को हरा दिया है। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा को अब तक पांच जबकि नीतीश कुमार नीत जद(यू) को तीन सीट पर जीत मिली है।
मणिपुर में कांग्रेस और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) को दो-दो सीट पर जीत मिली है। वहीं, एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार को जीत हासिल हुई है। रुझानों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य में 15 सीट पर, जद (यू) तीन और कांग्रेस दो सीट पर आगे चल रही है।
नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) पांच सीट पर और एनपीपी चार सीट पर आगे चल रही है। कुकी पीपुल्स एलायंस एक सीट पर जबकि दो सीट पर निर्दलीय आगे चल रहे हैं। मणिपुर विधानसभा की सभी 60 सीटों के लिए मतों की गिनती आज सुबह आठ बजे शुरू हुई और अभी जारी है।
गोवा में क्या प्रमोद सावंत मुख्यमंत्री के तौर पर आगे काम करते रहेंगे? इस प्रश्न पर बीजेपी नेता विश्वजीत राणे ने कहा- मुझे नहीं मालूम, पर यह संवेदनशील सवाल है।
गोवा में भाजपा की जीत पर मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा यह कार्यकर्ताओं की मेहनत की जीत है।
गोवा को लेकर चुनाव आयोग के आधिकारिक रुझानों के अनुसार भाजपा और कांग्रेस ने 1-1 सीट जीती और क्रमशः 18 और 10 सीटों पर बढ़त बनाई हुई है। अभी गिनती जारी है।
चुनाव आयोग के आधिकारिक रुझानों के अनुसार मणिपुर में भाजपा 1 सीट पर जीत चुकी है और 21 पर आगे चल रही है। जद(यू) 1 सीट पर जीत चुकी है और 1 सीट पर आगे है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक मणिपुर में भाजपा 21 सीटों पर आगे है। वहीं कांग्रेस 3 सीटों पर लीड कर रही है। इसके अलावा एनपीएफ और एनपीपी 6-6 सीटों पर आगे चल रही है।
चुनाव आयोग के आंकड़े के मुताबिक गोवा में भाजपा 19, कांग्रेस 11 और आम आदमी पार्टी 2 सीटों पर आगे चल रही है।
भारतीय जनता पार्टी के नेता गोवा में सरकार गठन का दावा पेश करने के लिए आज गोवा के राज्यपाल पी.एस.श्रीधरन पिल्लई से मुलाकात करेंगे।
कांग्रेस नेता माइकल लोबो कलंगुट निर्वाचन क्षेत्र से आगे चल रहे हैं।
कई दौर की मतगणना के बाद सांकेलिम से CM प्रमोद सावंत 604 वोटों से आगे हो गए हैं।
गोवा में भाजपा के प्रदर्शन पर विश्वजीत राणे ने कहा, "गोवा के लिए जो काम केंद्र सरकार और हमने किया है उसकी जीत हो रही है, यहां की जनता ने घोटाले करने वाले को अस्वीकार किया है और गोवा के लिए जो सही मायने में काम कर रहे हैं उस पार्टी को उन्होंने वोट दिया है।"
पणजी से विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार उत्पल पर्रिकर ने कहा कि गोवा मैं अपनी लड़ाई से संतुष्ट हूं लेकिन नतीजों से थोड़ा हताश हूं।
पणजी सीट पर पूर्व CM मनोहर पर्रिकर के बेटे और निर्दलीय उम्मीदवार उत्पल से BJP के मोनसेराटे सिर्फ 334 वोटों से आगे हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व हरिद्वार शहर सीट से भाजपा के उम्मीदवार मदन कौशिक करीब 300 वोट से पीछे चल रहे हैं। इस सीट से सतपाल ब्रह्मचारी अभी बढ़त बनाए हुए हैं।
गोवा में मारगांव सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता दिगंबर कामत 5,849 वोटों से आगे चल रहे हैं।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक गोवा में भाजपा 17 सीटों पर, कांग्रेस 13, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी 5 और अन्य 4 सीटों पर आगे है।
चुनाव आयोग के अनुसार शुरुआती रुझानों में उत्तराखंड में भाजपा-29 और कांग्रेस-20, बहुजन समाज पार्टी-2 और अन्य-2 सीटों पर आगे चल रही है।
गोवा में निर्दलीय उम्मीदवार उत्पल पर्रिकर पणजी विधानसभा सीट से आगे चल रहे हैं। उत्पल पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर के बेटे हैं। उन्हें बीजेपी ने टिकट नहीं दिया था।
मणिपुर विधानसभा चुनाव के नतीजों में शुरुआती दौर में 24 सीटों के रुझान सामने आए हैं। जिसमें भाजपा 16 और कांग्रेस एक सीट पर आगे नजर आ रही है।
गोवा में भारतीय जनता पार्टी 10 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। वहीं कांग्रेस पार्टी 8 सीटों पर आगे चल रही है।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि EVM की सत्यता और पारदर्शिता पर सवाल उठाने का कोई प्रश्न नहीं उठता। EVM 2004 के चुनाव से इस्तेमाल हो रही हैं और 2019 से हमने प्रत्येक मतदान केंद्र पर वीवीपैट की भी व्यवस्था की है। कोई भी मशीन स्ट्रॉन्ग रूम से बाहर नहीं आ सकती है।
मणिपुर की ताजा स्थिति पर गौर करें तो 2017 के विधानसभा चुनाव में मणिपुर में भाजपा ने 24 सीटें हासिल की थी। वहीं कांग्रेस को सिर्फ 17 सीटों पर जीत मिली थी। बीजेपी ने एनपीपी, एलजेपी और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार भी बना ली थी।
गोवा में मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, विपक्ष के कांग्रेसी नेता दिगंबर कामत और पूर्व डिप्टी सीएम विजय सरदेसाई की साख दांव पर लगी है। इसके अलावा दिवंगत सीएम मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर की सीट पर भी सबकी नजर होगी। जिनका मुकाबला AAP के सीएम कैंडिडेट अमित पालेकर से है।
गोवा विधानसभा चुनाव के लिए एक ही चरण में 14 फरवरी को वोटिंग हुई थी। वहीं मणिपुर विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों मतदान हुए। जिसमें 27 फरवरी को पहले चरण और तीन मार्च को दूसरे चरण का मतदान हुआ था।
गोवा में 40 सदस्यीय विधानसभा में पिछले पांच वर्षों में 20 विधायकों ने इस्तीफे दिए और दल बदल लिए। मौजूदा विधानसभा के कार्यकाल के दौरान दो प्रमुख विधायकों मनोहर पर्रिकर और फ्रांसिस डीसूजा का निधन हो गया। पर्रिकर का 2019 में जब निधन हुआ तब वह राज्य के मुख्यमंत्री थे। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रमोद सावंत ने तटीय राज्य की कमान संभाली। नयी विधानसभा के लिए इस साल 14 फरवरी को चुनाव हुए और नतीजों की घोषणा आज की जाएगी।
भारतीय जनता पार्टी ने 2017 में विधानसभा चुनाव के बाद कुछ क्षेत्रीय दलों और निर्दलीयों के समर्थन से सरकार बनायी थी। चुनावों के तुरंत बाद विश्वजीत राणे पहले विधायक थे जिन्होंने इस्तीफा दिया था। वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। बाद में वह अपनी पारंपरिक वालपोई विधानसभा सीट से उपचुनाव जीते।
दो और विधायक दयानंद सोपते (मंदरेम) और सुभाष शिरोडकर (शिरोडा) 2018 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। बाद में पर्रिकर और फ्रांसिस डीसूजा के निधन से विधानसभा में दो सीटें खाली हो गयी। इसके बाद चार विधानसभा सीटों शिरोडा, मंद्रेम, पणजी और मापुसा सीटों के लिए उपचुनाव हुए। कांग्रेस ने पणजी में जबकि भाजपा ने बाकी की तीन सीटों पर जीत हासिल की। कांग्रेस के 10 विधायक जुलाई 2019 में भाजपा में शामिल हो गए थे।