मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की कार्यशैली से खफा चल रहे भाजपा के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने भारी भीड़ जुटाकर अपनी ताकत जता दी। तिवाड़ी ने इशारों इशारों में ही मुख्यमंत्री राजे पर हमला बोलते हुए अपनी ही पार्टी के क्रियाकलापों की जमकर धज्जियां उड़ाई। तिवाड़ी के बगावती तेवरों को देखते हुए प्रदेश भाजपा उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में जुट गई है। इसके लिए पार्टी नेतृत्व ने भाषणों पर गौर करने का फैसला किया है।
राज्य भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने गुरुवार को यहां प्रदेश स्तर का प्रतिनिधि सम्मेलन कर अपनी ताकत का खुला प्रदर्शन किया। तिवाड़ी ने जनसंघ के संस्थापक दीनदयाल उपाध्याय की स्मृति में संस्थान बना कर उनके विचारों को लेकर ही सम्मेलन का आयोजन किया था। इस संस्थान के सचिव तिवाड़ी के बेटे अखिलेश तिवाड़ी है और उन्होंने पूरा मोर्चा संभाला। सम्मेलन में तिवाड़ी ने प्रदेश भर से भाजपा से जुड़े लोगों को बुलाया था।
सम्मेलन में ज्यादातर ऐसे भाजपाई शामिल हुए जो इन दिनों पार्टी में अलग थलग पड़े हुए हैं। भाजपा के मौजूदा पदाधिकारी और सरकार में शामिल लोगों ने इस आयोजन से दूरी बनाए रखी। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद से ही विधायक तिवाड़ी को सत्ता और संगठन से दूर रखा गया है। मुख्यमंत्री राजे के समर्थकों ने तिवाड़ी को किसी भी तरह से आगे नहीं आने देने का अभियान चला रखा था। इस अनदेखी से नाराज तिवाड़ी ने मौजूदा नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है। सांसद क ीर्ति आजाद के हाल में भाजपा से हुए निलंबन को ध्यान में रखते हुए ही तिवाड़ी ने सीधे तौर पर राजे पर हमला करने से बचते हुए परोक्ष रूप से निशाना साधा। उन्होंने कविताओं और किस्सों का जिक्र करते हुए मौजूदा नेतृत्व को कठघरे में खडा करने की कोशिश की।
तिवाड़ी ने कहा कि प्रदेश का नेतृत्व दीनदयाल उपाध्याय के विचारों से भटक गया है। निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी हो रही है। तिवाड़ी ने कहा कि राजनीति में शुचिता के लिए उनका संघर्ष जारी रहेगा। उपाध्याय के सिद्धांतों के बहाने तिवाड़ी ने सरकार और संगठन के मौजूदा रवैये पर जोरदार हमला बोला। उनका कहना था कि प्रदेश के सभी जिलों में अब उपाध्याय के विचारों में आस्था रखने वाले भाजपाइयों को एकजुट किया जाएगा। सम्मेलन में भाजपा के कई पूर्व पदाधिकारी और नेता शामिल हुए। इस सम्मेलन के लिए तीन दिन पहले से ही रजिस्ट्रेशन का काम शुरू हो गया था।
तिवाड़ी के इस कदम से अब प्रदेश भाजपा में आने वाले समय में खासी उथल पुथल मचने के आसार है। प्रदेश भाजपा पूरी रिपोर्ट बना कर केंद्रीय नेतृत्व को भेजने की तैयारी में है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अशोक परनामी और प्रदेश प्रभारी राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री वी सतीश के बीच पिछले दिनों इस मसले को लेकर बैठक भी हुई थी। तिवाड़ी के तेवरों को लेकर परनामी और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे लगातार संपर्क में है। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री राजे ने तिवाड़ी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकेत दिया है। इसके बाद ही प्रदेश अध्यक्ष परनामी सक्रिय हो गए हैं। परनामी ने प्रदेश में घट रहे घटनाक्रम को लेकर अन्य नेताओं से भी मंत्रणा की है।

