झारखंड के एक बंद पड़े कोयले की खान से कोयला चुराना कुछ लोगों को बहुत भारी पड़ गया। छह लोग कोयला चुराने के लिए खान में घुसे थे। इसी दौरान चार लोग खदान के अंदर ही फंस गए।

मिली जानकारी के अनुसार झारखंड का यह खदान कई सालों से बंद है जिसमें कोयले की चोरी होती रहती है। इसी लालच में चार लोग अंदर ही फंसे रह गए। सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने सबसे पहले इन्हें ट्रेस करने की कोशिश की, लेकिन वो असफल रहे।

पुलिस ने बताया कि झारखंड के बोकारो जिले में शुक्रवार को अवैध उत्खनन के दौरान फंसे चार लोग सोमवार सुबह बाहर निकल गए हैं। ये चारो चंदनकियारी ब्लॉक के तिलटांड गांव के रहने वाले हैं। इन सभी ने कहा कि वे परबतपुर में बीसीसीएल की खदान से बाहर निकलने के लिए करीब 20 घंटे तक खुदाई करते रहे।

एनडीटीवी के अनुसार पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार झा ने बताया कि फंसे हुए लोगों की पहचान 42 वर्षीय लक्ष्मण रजवार, 45 वर्षीय अनादी सिंह, 46 वर्षीय रावण रजवार और 45 वर्षीय भरत सिंह के रूप में हुई है। जो सोमवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे अपने आप से बाहर निकलने में सफल रहे। जिला प्रशासन और बीसीसीएल अधिकारियों के उनका पता लगाने में विफल रहने के बाद रविवार को एनडीआरएफ के जवानों को बचाव अभियान के लिए तैनात किया गया था। हालांकि उनके अभियान से पहले ही ये लोग बाहर निकल गए।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि शुक्रवार को छह लोग अवैध उत्खनन के लिए बंद कोयला खदान में घुसे थे और इसका एक हिस्सा धंसने के बाद वे फंस गए। धंसने की घटना होते ही कोयला चोरी करने घुसे दो लोग बाहर निकलने में कामयाब रहे, लेकिन बाकी चार अंदर ही फंसे रह गए। इनको खोजने की काफी कोशिशों हुईं, इसके बाद भी इनका पता नहीं चल सका। पुलिस अधिकारी ने कहा कि परबतपुर कोयला ब्लॉक इलेक्ट्रोस्टील प्लांट के प्रबंधन में था जिसे बीसीसीएल ने अधिग्रहित कर लिया था।

हालांकि, अवैध खनन में शामिल चार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी या नहीं इस पर प्रशासन की तरफ से अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है।