गाजियाबाद के घंटाघर के रामलीला मैदान में शुक्रवार को चलता झूला टूटने से कम से कम 4 लोग घायल हो गए। घायलों में दो बच्चे भी शामिल हैं। इस मामले में अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। घटना के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। पुलिस भी मौके पर पहुंची और घायलों को एमएमजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
रामलीला कार्यक्रम का आयोजन सुलामल रामलीला समिति द्वारा किया गया था। इस कार्यक्रम में तरह-तरह के झूले और स्टॉल्स लगे हैं। इसके चलते यहां हर रोज रात में काफी भीड़ रहती है। शुक्रवार की रात को भी यहां काफी लोग घूमने आए हुए थे। इसी दौरान ब्रेक डांस झूले पर लोग झूल रहे थे। करीब 11 बजे चलते हुए झूले का एक हिस्सा टूट गया। झूला काफी तेज चल रहा था और इस पर 10 लोग मौजूद थे। झूले का जो हिस्सा टूटा है उस पर एक ही परिवार के चार सदस्य बैठे थे, जो सभी घायल हो गए।
घायलों को अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया। उनका इलाज आपातकालीन चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसपी सिंह की देखरेख में किया गया। घायलों में एक दंपति और उनकी 8 साल की बेटी अवनि और 10 साल की एक अन्य बच्ची शामिल हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि यह परिवार गिरधरपुर बिसरख के निवासी हैं, जबकि झूले पर इनके साथ बैठी एक अन्य 10 वर्षीय बच्ची कैलाश नगर की रहने वाली है। इस घटना में एक बच्ची को सिर में गंभीर चोट आई है और उसे चार टांके लगाए गए हैं।
घायल दंपति का नाम अवनीश और नीशू है। अवनीश की पत्नी नीशू ने बताया कि उन्होंने झूले पर बैठने से पहले झूले वाले से कहा था कि झूला टेढ़ा है, लेकिन उसने सब ठीक होने का हवाला देकर नीशू की बात को नजरअंदाज कर दिया। इसके कुछ देर बाद ही जिस हिस्से पर वह बैठी थीं वो हिस्सा टूट गया और दूर जाकर पड़ा।
सीओ प्रथम अंशु जैन ने कहा कि घायल खतरे से बाहर हैं और मामले की अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है। हालांकि, प्रशासन की तरफ से तैनान मजिस्ट्रेट को इसकी जानकारी दी गई है। सभी पहलुओं पर जांच भी चल रही है। वहीं, सुरक्षा की दृष्टि से सभी झूलों को बंद कर दिया गया है।