Uttarakhand News: उत्तराखंड के पूर्वमुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के काफिले के सामने एक हाथी आ गया और इस हाथी ने पूर्व सीएम को दौड़ा लिया। आनन-फानन में जान बचाने के लिए पूर्व सीएम को एक पहाड़ पर चढ़कर अपनी जान बचानी पड़ी। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। दरअसल पूर्व सीएम बुधवार (15 सितंबर) को पौड़ी से कोटद्वार की तरफ जा रहे थे अचानक से उनके काफिले के बीच एक हाथी आकर खड़ा हो गया। ये मामला कोटद्वार-दुगड्डा के बीच बरसाती रपटे के पास हुआ जब हाथी से डर कर काफिले के सभी लोग अपने-अपने वाहन छोड़कर भाग खड़े हुए।

नेशनल हाइवे 534 पर जा रहे पूर्व सीएम के काफिले को पांचवी मिल के पास इस विशालकाय हाथी से आमना-सामना हुआ। इस दौरान सड़क से गुजर रहे लोगों की सांसे थम गईं थीं। इस दौरान पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत भी अपनी गाड़ी से निकलकर अपनी जान बचाने के लिए भागे। इस हाथी ने पूर्व सीएम को दौड़ा लिया जिससे वो काफिले के अन्य सदस्यों के साथ अपनी जान बचाने के लिए एक ऊंची चट्टान पर चढ़ गए। इस भाग-दौड़ के दौरान रावत के काफिले एक सदस्य के पैर में हल्की चोट भी लगी।

2017 से 2021 तक उत्तराखंड के सीएम रहे रावत

पूर्व CM रावत के काफिले को सिद्धबली मंदिर से कुछ दूरी पर एक बड़े हाथी ने रास्ता रोक लिया। पहले तो रावत के ड्राइवर ने कोशिश की कि गाड़ी निकल जाए लेकिन जब हाथी जानबूझकर गाड़ी के रास्ते में आने लगा तो उन सभी लोगों को हाथी के इरादों पर संदेह हुआ। इसके बाद रावत के काफिले के लोग एक-एक कर गाड़ी से निकलकर बाहर की ओर भागने लगे। इस दौरान हाथी से बचने के लिए जिसे जो सटीक जगह मिली वो वहीं भागा। त्रिवेंद्र सिंह रावत 61 वर्ष के हैं और साल 2017 से 2021 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे थे।

हाथी के तेवर देख रुक गई थी सबकी सांसें

विशालकाय हाथी अचानक से काफिले के सामने आ गया तो सबकी सांसें थम गईं। किसी की समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करें। ड्राइवर ने एक बार सोचा बगल से गाड़ी निकाल लूं लेकिन हाथी के तेवर देख उसके पसीने छूटने लगे। जब सीएम की गाड़ी रुक गई तो काफिले की सभी गाड़ियां रुक गईं। थोड़ी देर तक तो सब इंतजार करते रहे कि हाथी निकल जाएगा तो काफिला आगे बढ़ेगा लेकिन जब हाथी गाड़ियों के करीब आने लगा तो सभी डर गए और गाड़ियों से निकल कर भागे।